Vishwakarma Jayanti 2018: एक ऐसे भगवान की पूजा का दिन जिन्हें देवताओं का इंजीनियर, प्रथम इंजीनियर, मशीन का देवता और देवताओं का शिल्पकार जैसे नामों से जाना जाता है. इसी वजह से विश्वकर्मा जयंती के दिन मुर्तियों की नहीं बल्कि मशीनों की पूजा की जाती है. हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. जबकि इससे दो दिन पहले यानी 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस के तौर पर मनाया जाता है. 15 सितंबर को भारत के महान इंजीनियर और भारत रत्म सर एम विश्वेश्वरय्या (Sir Mokshagundam Vishweshvaraya) का जन्म हुआ था.
वहीं, Vishwakarma Jayanti को भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. भगवान विश्वकर्मा ने ही देवताओं के लिए अनेकों भव्य महलों, आलीशान भवनों, हथियारों और सिंघासनों का निर्माण किया. अब इस दिन को घरों के अलावा दफ्तरों और कारखानों में विशेष रूप से मनाया जाता है. जो लोग इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, चित्रकारी, वेल्डिंग और मशीनों के काम से जुड़े हुए वे खास तौर से इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. इस दिन मशीनों, दफ्तरों और कारखानों की सफाई की जाती है. साथ ही विश्वकर्मा की मूर्तियों को सजाया जाता है. घरों में लोग अपनी गाड़ियों, कंम्प्यूटर, लैपटॉप व अन्य मशीनों की पूजा करते हैं.
तुम हो सकल सृष्टि करता
ज्ञान सत्य जग हित धर्ता
तुम्हारी दृष्टि से नूर है बरसे
आपके दर्शन को हम भक्त तरसे
Happy Vishwakarma Jayanti
वहीं, Vishwakarma Jayanti को भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. भगवान विश्वकर्मा ने ही देवताओं के लिए अनेकों भव्य महलों, आलीशान भवनों, हथियारों और सिंघासनों का निर्माण किया. अब इस दिन को घरों के अलावा दफ्तरों और कारखानों में विशेष रूप से मनाया जाता है. जो लोग इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, चित्रकारी, वेल्डिंग और मशीनों के काम से जुड़े हुए वे खास तौर से इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. इस दिन मशीनों, दफ्तरों और कारखानों की सफाई की जाती है. साथ ही विश्वकर्मा की मूर्तियों को सजाया जाता है. घरों में लोग अपनी गाड़ियों, कंम्प्यूटर, लैपटॉप व अन्य मशीनों की पूजा करते हैं.
तुम हो सकल सृष्टि करता
ज्ञान सत्य जग हित धर्ता
तुम्हारी दृष्टि से नूर है बरसे
आपके दर्शन को हम भक्त तरसे
Happy Vishwakarma Jayanti