उत्तराखंड के ऋषिकेश से पांच दिनों से लापता अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर पहाड़ की जनता में जबरदस्त आक्रोश है। शनिवार को ऋषिकेश एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। तीन डॉक्टरों के पैनल ने अंकिता का पोस्टमार्टम किया। अंकिता का शव देर शाम ऋषिकेश से श्रीनगर पहुंचेगा। अलकनंदा किनारे अंकिता का अंतिम संस्कार होगा। एसडीएम अजय वीर सिंह ने बताया कि घाट पर दाह संस्कार के इंतजाम कर दिए गए हैं। वहीं पांच दिनों से लापता अंकिता की चीला नहर में धकेल कर हत्या की गई, यह खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर रिसॉर्ट के संचालक पूर्व राज्यमंत्री के बेटे रिसॉर्ट संचालक पुलकित आर्य व उसके दो मैनेजरों को गिरफ्तार किया।
आइए हम आपको बताते हैं कि अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ और सरकार ने क्या एक्शन लिए-
- 18 सितंबर - उत्तराखण्ड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर के वनतारा रिजार्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई 19 वर्षीय अंकिता भंडारी.
- 19 सितंबर - अंकिता भंडारी की गुमशुदगी के संबंध में उसके माता-पिता ने राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में शिकायत दर्ज कराई.
- 22 सितंबर - विरोध प्रदर्शन के बाद मामले की गंभीरता को देखते जांच लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंपी गई.
- 23 सितंबर - लक्ष्मणझूला पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
- 23 सितंबर - गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
- 23 सितंबर - देर रात रिजॉर्ट के एक हिस्से को जेसीबी से तोड़ दिया गया.
- 24 सितंबर- अंकिता भंडारी के शव की खोज के लिये उत्तराखंड SDRF द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया, चीला नहर से शव बरामद
शव की तलाश के लिए बंद करवाया गया नहर का पानी
चीला नहर में धक्का दिए जाने की बात पता चलने पर पुलिस ने अंकिता का शव तलाशने के लिए एसडीआरएफ की मदद ली। नहर का पानी बंद कराया लेकिन शुक्रवार शाम तक उसका शव बरामद नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह अंकिता का शव बरामद कर लिया गया। एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह गत 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई।
पूछताछ में रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर ने उगले राज
गुरुवार तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिसॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिसॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिसॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी।
पुलिस पूछताछ में स्थानीय निवासी बिट्टू भंडारी ने बताया कि करीब सात-आठ साल पहले भी वनंत्रा रिसॉर्ट से एक कर्मचारी प्रियंका गायब हुई थी। रिसॉर्ट संचालक ने बताया कि था कि युवती रिसॉर्ट से सामान और पैसे लेकर भाग गई है। बताया कि इसके युवती का कोई अता पता नहीं चला।
अंकिता बार-बार रिसॉर्ट की हकीकत सामने लाने की दे रही थी धमकी
वह बार-बार रिसॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा। इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिसॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है।
गुस्साए लोगों ने की आरोपियों की जमकर पिटाई
बेटी की मौत से बुरी तरह टूट गए पिता वीरेंद्र भंडारी
अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी अपनी बेटी की हत्या से बिल्कुल टूट गए हैं। अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने थाने में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उनकी बेटी 28 अगस्त को वनंत्रा रिसोर्ट में नौकरी करने के लिए आई थी। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को पूर्व राज्य मंत्री के बेटे पुलकित आर्य और उसके साथियों ने मार दिया। जब तक उनकी बेटी के हत्यारोपियों को मौत की सजा नहीं मिलती है तब तक वह थाने से घर वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी नौकरी कर परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती। अंकिता की माता आंगनबाड़ी में सेवारत हैं। उन्होंने बताया कि पारिवारिक परिस्थितियों को बदलने के लिए अंकिता ने नौकरी की राह चुनी। सपने पूरे होने से पहले उसकी हत्या कर दी गई।
पकड़े जाने के बाद भी भाजपा नेता की न कम हुई हेकड़ी
पूर्व राज्यमंत्री का बेटा और मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर भीड़ घूंसे, पत्थर और चप्पल बरसा रही थी, लेकिन वह घबराने की बजाय उल्टा लोगों पर अंदर से घूंसों से वार कर रहा था। इससे भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। वह अंदर से ही गाली गलौच भी कर रहा था। लोगों से पिटने के बाद भी उसके चेहरे पर डर और अपने जुर्म का पछतावा नजर नहीं आ रहा था। पुलकित आर्य के पिता भाजपा नेता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।
आरोपी भाजपा नेता के बेटे के रिसॉर्ट पर चला बुलडोजर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर शुक्रवार को आधी रात को अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सीएम के आदेश के बाद पौड़ी प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई की। आधी रात को ही पुलिस टीम ने आरोपी के रिसॉर्ट को ध्वस्त कर दिया।
फेसबुक फ्रेंड की मदद से उठा हत्याकांड पर से पर्दा
आरोपियों ने जुर्म छिपाने के लिए शातिराना अंदाज से साजिश रची थी। अंकिता के एक दोस्त के जरिए पूरा मामला खुला है। फेसबुक से अंकिता की दोस्ती जम्मू में नौकरी करने वाले पुष्प से दोस्ती हुई थी। घटना के अगले दिन ही पुष्प ऋषिकेश पहुंचा और उसने अंकिता के परिजनों और पुलिस को बताया कि रात को उसकी घटना की रात को अंकिता से बात हुई थी। अंकिता ने कहा वह फंस गई है। उसने यह भी कहा रिसॉर्ट संचालक और मैनेजर ने उस पर ग्राहकों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया।