भारत के इतिहास में कई राजा-महाराजाओं का जिक्र मिलता है. हालांकि पिछले पांच दशकों में बहुत कुछ बदल गया है. 1971 में भारत के संविधान में हुए 26 वें संशोधन के साथ ही राजाओं को मिलने वाली विशेष उपाधियों और उन्हें मिलने वाले प्रिवी पर्स (महाराजाओं को मिलने वाले वित्तीय लाभ) को समाप्त कर दिया गया. इसके बाद शाही परिवारों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, अभी भी ऐसे कई शाही परिवार हैं जो नए जमाने में अपने पूर्वजों की तरह पूरे ठाठ से जीवन जी रहे हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ राजवंश परिवारों के बारे में.
भारत शुरू से ही एक समृद्ध देश रहा है. शायद इसलिए ही भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था. सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश को कई देशों द्वारा लुटा भी गया लेकिन आज भी भारत में ऐसें कई राजघराने मौजूद है जो दुनिया भर में भारत की साख बनाये हुए है.
इसमें कोई दोहराए नहीं है की भारत में हजारों सालों तक राजा महाराजाओं का राज रहा है. आजादी के पहले तक राजशाही परिवार और उनके राजसी ठाटबाट देखने को मिलते थे. लेकिन अब इस तरह के राजशाही परिवार देखने को बहुत कम मिलते हैं. साल 1947 में जब हमारा देश आजाद हुआ तब राजशाही का दौर भी खत्म हो गया. हालांकि देश में अभी भी कुछ राजघराने मौजूद है जिनका ठाटबाट देखते ही बनता है.
राजस्थान का मेवाड़ घराना
ग्वालियर का सिंधिया रॉयल परिवार
ग्वालियर की सिंधिया रॉयल फैमिली एक अरबपति राजघराना और राजशाही परिवार है. कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इसी रॉयल फैमिली से आते हैं. एक आरटीआई में खुलासा हुआ था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास 24 करोड़ रुपये के गहने हैं जो उन्हें पुश्तैनी रुप में मिले हैं और सिंधिया फैमिली के पास 25 से ज्यादा कंपनियों के शेयर हैं.
बड़ौदा का रॉयल परिवार
बड़ौदा का रॉयल परिवार वाकई में काफी रॉयल है. लंबी कारो से लेकर बड़े महलों तक इस परिवार का ताल्लुक है. ड़ौदा राजशाही परिवार के मौजूदा प्रमुख समरजीत सिंह गायकवाड़ हैं. इनका रियल एस्टेट का बहुत बड़ा काम है. व्यापार के मामले में इन्हें अरबपति माना जाता है. इनके पास पुरे विश्व में प्रसिद्ध 600 एकड़ क्षेत्र में फैला महल है जिसमे 187 कमरे है.
मैसूर की वाडियार रॉयल फैमिली
मैसूर का वाडियार परिवार बेहद धनि है. वाडियार राजशाही परिवार के मुखिया यदुवीर राज कृष्णदत्ता वाडियार हैं. इनके पास लगभग 10 हज़ार करोड़ रूपए की संपत्ति है. इसके अलावा लक्ज़री कारो के बेहेतरीन कलेक्शन भी है, यही नहीं इनके पास दुनिया भर की कई महंगी घडिया भी है जो इनके राजशाही पर खूब सूट करती है.
राजकोट की जडेजा फैमिली
अरबों रूपए की संपत्ति के मालिक युवराज मंधातासीन जडेजा राजकोट घराने के प्रमुख हैं. मंधातासीन जडेजा ने हाइड्रो पावर प्लांट और बायो फ्यूल डेवलपमेंट के क्षेत्र में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश भी किया है. इस रॉयल फैमिली के पास भी शानदार रोल्स रॉयस कारों को जबरदस्त कलेक्शन है.
जोधपुर का शाही परिवार
जोधपुर का राजशाही परिवार देश के सबसे मशहूर और अमीर शाही परिवारों में से एक है. जिनके पास अरबों की संपत्ति है. इस फैमिली के मौजूदा मुखिया गजसिंह के पास उम्मेद भवन के नाम से दुनिया का सबसे बड़ा निजी घर है जिसमें करीब 347 कमरे हैं. उम्मेद भवन के एक हिस्से को होटल के रुप में तब्दील कर दिया गया है जिसे मैनेज करने के लिए प्रसिद्ध ताज ग्रुप के साथ जोधपुर की रॉयल फैमिली ने करार किया है. इस फैमिली के पास उम्मेद भवन के अलावा कुछ और शानदार किले भी हैं.
भारत के राजशाही परिवार आज भी अपने राजसी ठाटबाट के साथ ही रहते हैं जो की भारत को दुनिया से अलग बनाते है. इन परिवारों के आज का लाइफ स्टाइल को देखकर पुराने राज घरानों की याद ताजा हो जाती है. बताया जाता है की आज भी राजघराने के लोग सोने चांदी के बर्तनों में खाना खाते है.