बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के महिला अस्पताल में प्रसूता के साथ बरती गई लापरवाही और नवजात की मौत के मामले में जांच टीम गठित की गई है। तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम को दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार दुबौलिया थाना क्षेत्र के सेमरा मुस्तहकम गांव निवासी गायत्री (23) पत्नी जय प्रकाश को प्रसव पीड़ा होने पर 16 सितंबर की शाम 6.20 बजे महिला अस्पताल लाया गया था। आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने गर्भवती की जांच के बाद अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा। परिजन अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर ले जा रहे थे, तभी सड़क पर प्रसव हो गया। जहां पर सरकार बड़े बड़े दावे करती है वही आप देख सकते है कि जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओ का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बाहर भेजा जाता है , आखिर क्यों ? कही कमीशन खोरी तो नहीं .....
परिजनों के अनुसार गर्भवती का पहला प्रसव ऑपरेशन से हुआ था। दूसरा प्रसव भी ऑपरेशन से कराने की डॉक्टर ने सलाह दी थी, लेकिन नार्मल प्रसव हो गया। अस्पताल प्रशासन ने प्रसूता व नवजात को अस्पताल के वार्ड में लाकर भर्ती कराया। बाद में नवजात की मौत हो गई।
इसके बाद प्रसूता को भी डॉक्टर ने कैली हास्पिटल रेफर कर दिया था। प्रकरण में जांच के लिए सीएमएस डॉ. केडी पांडेय ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है। इसमें डॉ. सुधांशु द्विवेदी, डॉ. संतोष मौर्य व डॉ. पंकज शुक्ल शामिल हैं।