उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के कोहराये बाजार के पास स्थित मनोरमा नदी में शनिवार की सुबह एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई।तिरुखा निवासी दयाराम यादव राजमिस्त्री का काम करता था। परिजनों के अनुसार शुक्रवार की शाम करीब चार बजे वह घर से निकला था। उसके साथ गांव के राजगीर मित्र गोपाल चौहान, संतोष चौहान और जनक कन्नौजिया भी थे। उसके तीनों दोस्त रात में घर आ गए, जबकि दयाराम नहीं लौटा। दयाराम की मां दुलारी देवी ने शुक्रवार की रात में थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी थी।
इधर शनिवार की सुबह टहलने निकले ग्रामीणों की नजर कोहराये बाजार के पास मनोरमा नदी में उतराते एक शव पर पड़ी। मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। उसकी शिनाख्त गुमशुदा तिरुखा निवासी दयाराम यादव पुत्र स्व. भुजई यादव के रूप में हुई।
मृतक की पत्नी सरोज यादव ने तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उनके पति दयाराम यादव शुक्रवार की शाम चार बजे घर से साइकिल लेकर प्रेमनगर बाजार (कोहराये) गए थे। उनके पति को गांव के ही संतोष कुमार चौहान, गोपाल चौहान, रामजनक कन्नौजिया और निन्नू यादव आदि बहला-फुसलाकर एक सुनसान स्थान पर ले गए। अपशब्द कहते हुए उन्हें मारापीटा।
इसकी जानकारी पति दयाराम ने घर पर फोन कर दी थी। इसके बाद इसकी सूचना डायल 112 पर दी गई थी। पुलिस गई और लौट आई। शनिवार को पति की लाश कोहराये के पास मनोरमा नदी में मिली।उनका आरोप है कि संतोष, गोपाल, रामजनक व निन्नू यादव ने मिलकर उनके पति की हत्या की है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर आरोपी संतोष, रामजनक व निन्नू को गिरफ्तार कर लिया है।