आपको बता दें कि टॉप 10 की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी 92.2 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दूसरे भारतीय हैं. इसके साथ ही अन्य अरबपतियों में बिल गेट्स, लैरी एलिसन, वॉरेन बफेट, लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन भी टॉप 10 सूची में शामिल हैं. वहीं गौतम अडानी ने 30 अगस्त को लुइस विटॉन के बॉस अरनॉल्ट को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. यह पहला उदाहरण था जब किसी एशियाई को शीर्ष तीन अरबपतियों में स्थान दिया गया था.
ब्लूमबर्ग ने बताई ये बातें
ब्लूमबर्ग का कहना है कि गोतम अडानी के पास भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह संचालक, थर्मल कोयला उत्पादक और कोयला व्यापारी हैं. गौतम अडानी का जन्म गुजरात में हुआ था. कॉलेज छोड़ने के बाद किशोरावस्था में ही वह मुंबई चले गए और अपने गृह राज्य लौटने से पहले उन्होंने हीरा कारेाबार में काम किया. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अंगशु मलिक ने ब्लूमबर्ग को बताया कि कंपनी अपने उपभोक्ता वस्तुओं की पेशकश और पहुंच को बढ़ावा देने के लिए मुख्य खाद्य पदार्थों और वितरण कंपनियों में ब्रांडों का अधिग्रहण करना चाह रही है.
वहीं अदानी विल्मर ने खरीद के लिए अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश से 500 करोड़ रुपए निर्धारित किए हैं. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त धन आंतरिक स्रोतों से जुटाया जाएगा और अप्रैल से शुरू होने वाले अगले साल के लिए नियोजित पूंजीगत व्यय के 30 अरब रुपये होंगे. फरवरी माह में 486 मिलियन डॉलर की शुरुआत के बाद से खाद्य कंपनी के शेयर तीन गुना से अधिक हो गए हैं.
कहां से आ रहा है अडानी के पास इतना पैसा
अडानी की दौलत का बड़ा हिस्सा अडानी समूह के पास सार्वजनिक हिस्सेदारी से प्राप्त होता है, जिससे उन्होंने इसकी स्थापना की थी. मार्च 2022 स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी ट्रांसमिशन में उनके पास 75% हिस्सेदारी है. वह अडानी टोटल गैस का लगभग 37%, अडानी पोर्ट्स और विशेष आर्थिक क्षेत्र का 65% और अडानी ग्रीन एनर्जी का 61% मालिक हैं. ये सभी कंपनियां सार्वजनिक रूप से कारोबार करती हैं और अहमदाबाद में स्थित हैं.
अडानी को इस मुकाम तक पहुंचाने में मील के पत्थर- 1962 में गौतम अडानी का जन्म अहमदाबाद, भारत, पश्चिमी राज्य गुजरात में हुआ।
- 1980 में मुंबई में हीरा व्यापारी के रूप में काम किया।
- 1981 में अपने प्लास्टिक कारखाने में भाई की मदद करने के लिए अहमदाबाद लौट आए।
- 1988 में अपनी प्रमुख कंपनी, अडानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की।
- 1994 में मुंद्रा में अपनी कंपनी के कार्गो को संभालने के लिए एक बंदरगाह स्थापित करने की मंजूरीप्राप्त की।
- 1997 में अडानी का अपहरण कर लिया गया और फिरौती के लिए बंधक बना लिया गया।
- 2007 में मुंद्रा पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन ने भारत में कारोबार शुरू किया।
- 2008 में मुंबई के ताज होटल में हुए हमले में बाल-बाल बचे।
- 2009 में अडानी पावर ने भारत में कारोबार शुरू किया।