खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के एक गांव में नग्न अवस्था में युवती के सड़क पर घूमने और उसके फूफा की ओर से गैंगरेप का आरोप लगाने के मामले में नया मोड़ आया है. मुकदमा दर्ज होने और पुलिस की कार्यवाही के बाद वीडियो में दिखने वाली युवती के पिता ने सामने आकर इस घटना से साफ इंकार किया है.
मुरादाबाद में नाबालिग लड़की के न्यूड वीडियो मामले में गुरुवार को पुलिस ने एक नई FIR दर्ज की है। ये नई FIR लड़की के फूफा और खुद को घटना का चश्मदीद बताने वाले शख्स के खिलाफ लिखी गई है। रिपोर्ट लड़की के पिता ने दर्ज कराई है। बता दें कि लड़की के फूफा ने ही भतीजी के साथ गैंगरेप होने की शिकायत एसएसपी से की थी। इसके बाद पुलिस ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया था। लड़की के पिता की तहरीर पर भोजपुर पुलिस ने गैंगरेप की रिपोर्ट लिखाने वाले पीड़िता के फूफा और चश्मदीद रईस अहमद के खिलाफ IPC की धारा 500, 509 और आईएक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि बेटी का न्यूड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बुधवार को पीड़िता के पिता ने बेटी के साथ गैंगरेप की घटना से इंकार कर दिया था। पीड़िता के पिता का कहना था कि उनकी बेटी के साथ कोई घटना नहीं हुई है।
पिता के अनुसार कि उनकी बेटी मंदबुद्धि है और बेटी के साथ कोई घटना नहीं हुई है, हमको बदनाम किया जा रहा है जिसने थाने में तहरीर देकर FIR दर्ज कराई है वो उनका बहनोई है और युवती का फूफा है, उनको बदनाम किया जा रहा है. उनके बहनोई द्वारा उनको बदनाम करने की कोशिश है, वह कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं.
गांव के प्रधान का कहना है कि गांव में मेला चल रहा था, सब मेले में व्यस्त थे, गांव की रंजिश के चलते लोगों को फंसाया जा रहा है, मेरे बेटे का नाम भी लिखाया गया है, बेटा उस लडक़ी की जानता तक नहीं, वो लड़की मंदबुद्धि है वो ऐसा अक्सर ऐसा करती रहती है.
गांव के एक अन्य व्यक्ति ने भी इस मामले को झूठा बताते हुए कहा कि घटना के समय जो लोग गांव में मौजूद भी नहीं थे, उनके नाम रंजिशन फंसाने के लिए एफआईआर लिखवाए गए हैं, इस मामले की जो भी अधिकारी जांच करेंगे, उसमें सब सच सामने निकल कर आ जायेगा.
एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने घटना के बारे में बताया था, '7 सितंबर 2022 को लड़की के फूफा द्वारा थाना भोजपुर में तहरीर दी गई की उसकी भतीजी के साथ रेप की घटना हुई है, तहरीर प्राप्त होने पर तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया गया, लड़की और उसके माता-पिता के 161 और 64 में बयान हुए जिसमें उन्होंने घटना से इनकार किया है, जिसके बावजूद पुलिस ने वीडियो के आधार पर एक युवक को कस्टडी में भेज दिया है, बाकी कार्रवाई चल रही है.'
युवती के फूफा ने वायरल किया था वीडियो
पिता ने एफआईआर में बताया कि पुरानी रंजिश के चलते युवती के फूफा और उसके साथी ने उनकी बेटी का नग्न अवस्था में वीडियो बनाकर वायरल किया था. उन्होंने कहा कि जानबूझ कर मेरे घर और बेटी की बदनामी की गई है. युवती के पिता की तहरीर के आधार पर धारा 500, 509 एवं सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत भोजपुर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है.
युवती के पिता ने कस्टडी में भेजे गए युवक को बताया बेकसूर
इस मामले में पुलिस ने वीडियो के साक्ष्य के आधार पर एक युवक को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया. हालांकि, लड़की के माता-पिता ने घटना से इंकार किया था. साथ ही इस संबंध में किसी भी तरह की कार्रवाई ना करने की बात कही थी. उन्होंने युवक को कस्टडी में भेजने पर कहा कि वो छूट जाना चाहिए. युवक बेकसूर है.
SSP बोले- लड़का-लड़की का भेद नहीं समझती पीड़िता
SSP हेमंत कुटियाल ने कहा है कि इंटरनेट पर एक लड़की का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो पैदल चल रही है। लड़की के फूफा ने 6 तारीख को सूचना दी थी कि लड़की के साथ 1 सितंबर को सेक्सुअल एसॉल्ट हुआ है। पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज करके लड़की के और माता- पिता के 161 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराए। जिसमें लड़की के माता- पिता ने कहा कि उनकी बेटी बचपन से ही मानिसक रूप से कमजोर है और उसके साथ सेक्सुअल एसॉल्ट जैसी कोई घटना नहीं हुई है। इसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने लड़की के सीआरपीसी 164 के बयान दर्ज कराए गए।
जिसमें ये बात निकलकर आई कि पीड़िता लड़की और लड़के का भेद नहीं समझ पाती है। वो न तो अपनी बात कह पा रही थी और न ही मजिस्ट्रेट जो पूछ रहे थे उसे समझ पा रही थी। इसके बाद हमने लड़की का मेडिकल कराया। जिसमें सेक्सुअल एसॉल्ट की पुष्टि नहीं हुई है। चश्मदीद के आधार पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लड़की के परिवार और गांव के लोगों ने शपथ पत्र दिए हैं। जिसमें ऐसी किसी घटना से इंकार किया है। विवेचना में पता चला है कि गांव की राजनीति के कारण घटना का स्वरूप बदलकर उसे इस प्रकार दिखाया गया। मामले की विवेचना अभी जारी है। गुणदोष के आधार पर इसे निस्तारित किया जाएगा।
फूफा ने 7 सितंबर को लिखाई थी ये FIR
1 सितंबर को हुई इस घटना की रिपोर्ट ठाकुरद्वारा के एक गांव में रहने वाले पीड़ित के फूफा ने दर्ज कराई थी। FIR में उन्होंने कहा था, "मेरे साले की बेटी, जिसकी उम्र 15 साल है, वह 1 सितंबर की शाम को करीब 7 बजे गांव में ही छड़ी का मेला देखने गई थी। मेले से लौटते समय गांव के ही नितिन, कपिल, अजय, नौशे और इमरान ने दो बाइकों पर उसे जबरदस्ती उठाकर ले गए। सैदपुर खद्दर के जंगल में ले जाकर उन्होंने मेरे साले की बेटी के साथ जबरदस्ती गैंगरेप किया।''
उन्होंने कहा, ''उसकी चीखें सुनकर पास में खेत में पानी चला रहे रईस ने आरोपियों को डांटा फटकारा, तो वे लोग मेरी भतीजी को निर्वस्त्र हालत में छोड़कर वहां से भाग गए। मेरी भतीजी बिना कपड़ों के ही रात को करीब 8 बजे भागकर किसी तरह घर पहुंची। मेरा साला और उसकी पत्नी मंदबुद्धि हैं, इसलिए मेरे साले की बड़ी बेटी ने फोन करके इस घटना की सूचना मुझे दी।"
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