एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि राधिका देवी की हत्या उनके भांजे ने नहीं बल्कि उनके बेटे अशोक कुमार ने की है। विवेचना में सामने आया कि आरोपित अशोक का अपने छोटे भाई की पत्नी के साथ गहरा संबंध था।
बस्ती। उत्तर प्रदेश के जनपद बस्ती में ग्राम कठिनौली थाना वाल्टरगंज में महिला राधिका देवी पत्नी जनार्धन प्रसाद की हत्या हुई थी ।जिसके सम्बन्ध मे उसके पुत्र अशोक कुमार द्वारा थाना वाल्टरगंज पर मुकदमा बनाम अनिल कुमार व अन्य अज्ञात साथी पंजीकृत कराया गया था।
उक्त अभियोग के वास्तविक तथ्यों एवं अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में थानाध्यक्ष वाल्टरगंज एंव स्वाट टीम बस्ती को लगाया गया था । उक्त अभियोग की विवेचना थानाध्यक्ष वाल्टरगंज योगेश कुमार सिंह द्वारा प्रारम्भ की गयी । प्रकरण में अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में घटना का सफल अनावरण किया गया।
पहले बेटे ने अपने ममेरे भाई पर दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा
एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने महिला की हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि राधिका देवी की हत्या उनके भांजे ने नहीं बल्कि उनके बेटे अशोक कुमार ने की है। विवेचना में सामने आया कि आरोपित अशोक का अपने छोटे भाई की पत्नी के साथ गहरा संबंध था। इसकी जानकारी होने पर मां राधिका देवी ने इसका विरोध किया। यही विरोध उनकी हत्या का कारण बना
मुकदमा उपरोक्त की विवेचना के दौरान वादी मुकदमा अशोक कुमार द्वारा लगातार उसके द्वारा नामजद किए गए मुकदमे में अभियुक्त अनिल कुमार को जेल भेजने का दबाव बनाया जा रहा था। जब गहराई से छानबीन की गई तो यह प्रकाश में आया कि नामजद अभियुक्त अनिल घटना के दौरान बस्ती में एक ढाबे पर मौजूद था तथा कोई असामान्य गतिविधि नहीं कर रहा था और ना ही किसी प्रकार का फोन अथवा अन्य साधनों द्वारा अनियमितता प्रकाश में आई।
जब वादी मुकदमा के गांव में जाकर गहनता से जांच की गई तथा वादी मुकदमा की गतिविधि के बारे में पता किया गया तो, यह प्रकाश में आया कि वादी मुकदमा अशोक का अपने भाई की पत्नी के साथ गहरे संबंध थे एवं वह लगातार अपनी भाई की अनुपस्थिति में अपने भाई की पत्नी से वार्ता करता रहता था तथा हैदराबाद जा कर भी भाई की पत्नी से मुलाकात किया था।
इस तथ्य को वादी मुकदमा एवं वादी मुकदमा के भाई की पत्नी द्वारा सिरे से ही इनकार कर दिया गया, जबकि इन दोनों के लगातार लंबी वार्ता के साक्ष्य मौजूद हैं। इसी कारण वादी मुकदमा पर संदेह उत्पन्न होना शुरू हो गया, जिसको केंद्र बिंदु पर रखकर विवेचना की गई। घटनास्थल का पुनः परीक्षण किया गया ।
वहां यह तथ्य प्रकाश में आया कि घटनास्थल से दूर-दूर तक स्पष्ट दिखाई देता है एवं घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों द्वारा भी बाहरी व्यक्ति को घटनास्थल से बाहर जाते हुए किसी को नहीं देखा गया था। घटना वाले दिन हल्की बारिश के बाद लोग आसपास अपने खेतों में काम भी कर रहे थे, घटनास्थल पर मात्र मृतिका एवं वादी मुकदमा की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं। इस प्रकार वादी मुकदमा पर संदेह और भी गहरा हो गया।
गंभीरता से पूछने पर वादी मुकदमा ने भाई की पत्नी से संबंध होना स्वीकार किया है। जिसका, माँ द्वारा विरोध करने पर उक्त घटना को कारित किया जाना बताया गया। प्रकरण में वादी के भाई की पत्नी की संलिप्तता की जांच की जा रही हैं। अभियोग में वादी अशोक कुमार पुत्र स्व0 जनार्धन की घटना में संलिप्तता होने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर मा0 न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में स्वाट टीम प्रभारी उ0नि0 गजेन्द्र प्रताप सिंह जनपद बस्ती आदि शामिल रहे।