उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में दो सगी बहनों की हत्या के बाद एक और लड़की की मौत का मामला सामने आया है. जिले के मूसेपुर गांव में दो लोगों ने लड़की का उत्पीड़न करने की कोशिश की थी. लड़की ने विरोध किया तो मारपीट कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. पीड़ित लड़की को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. पुलिस के मुताबिक 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई. दोनों आरोपी अलग समुदाय से हैं, जिसके कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. लड़की की मौत के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
ये घटना 12 सितंबर की है. आजतक से जुड़े अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की अपने घर में अकेली थी. उसी गांव के रहने वाले सलीमुद्दीन और आसिफ उसके घर के अंदर घुस गए और उसके साथ अश्लील हरकतें की, उसका उत्पीड़न करने की कोशिश करने लगे. विरोध करने पर दोनों ने उसके साथ मारपीट की. तभी लड़की की मां भी पहुंची. आरोपियों ने विरोध करने पर मां के साथ भी मारपीट की और वहां से भाग गए।
5 दिन के इलाज के बाद 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई। लड़की की मौत के बाद शुक्रवार रात गांव वालों ने हंगामा किया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही चौकी इंचार्ज सुनील कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया है। शनिवार को लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुस्लिम बाहुल्य गांव में सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए PAC और पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मिली ओल्ड इंजरी
लड़की की मौत के बाद शुक्रवार रात को गांव के लोगों ने हंगामा किया। इसके चलते गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। परिवार के लोगों ने लड़की का शव पुलिस को देने से मना कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इसमें शरीर पर दो चोट के निशान मिले हैं। जोकि ओल्ड इंजरी है। मौत का सही कारण नहीं पता चला है। इसलिए बिसरा प्रिजर्व किया गया है। इस पूरे मामले की जांच एएसपी अरुण सिंह कर रहे हैं।
मां ने कहा- चौकी इंचार्ज कहते हैं कि मामला रफा-दफा कर लो
इस घटनाक्रम के बीच लड़की के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रेप के प्रयास का फैक्ट FIR से हटा दिया। सिर्फ मारपीट में FIR दर्ज की। वहीं, मां के मुताबिक, पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है। क्योंकि वो दबंग हैं। वो मेरी बेटी पर नजर रखते थे। उन्होंने चौकी इंचार्ज पडरियातुला पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुझसे कहा कि मामला रफा-दफा कर दो। जो खर्चा लगेगा...मैं दे दूंगा।
उस दिन क्या-कुछ हुआ, मां की जुबानी पढ़िए
मां ने बताया,“वारदात 12 सिंतबर की है। बेटी घर में अकेली थी। मैं किसी काम से बाहर गई थी। बेटी को अकेला देखकर सलीमुद्दीन और आशिफ घर में घुस गए। दोनों बेटी से दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगे। बेटी ने विरोध किया तो मारने-पीटने लगे। आवाज सुनकर मैं आ गई। आरोपियों ने मुझ पर भी हमला किया। उन्होंने मुझे भी पीटा। मैं चिल्लाने लगी। तो पड़ोस के लोग जुट गए। लोगों को आता देखकर आरोपी फरार हो गए। हालांकि, इस दौरान बेटी और मुझे काफी अंदरुनी चोट आईं। बेटी ने अपने बचाव में पत्थर भी चलाया था। इसमें एक युवक को भी चोट आई थी। मैं थाने पहुंची और तहरीर दी। मगर, पुलिसकर्मियों ने तहरीर को अपने मनमाने ढंग से लिखवा लिया। मेरी FIR मारपीट मामले की दर्ज की गई।''
बारिश ज्यादा हो रही थी, लखीमपुर के अस्पताल तक बहन को ले नहीं जा पाए
पीड़िता के भाई ने बताया,“घटना के वक्त मैं बाहर मजदूरी करने गया था। मां भी घर पर नहीं थी। इसका फायदा आरोपियों ने उठाया। हम लोग बहन को लखीमपुर जिला अस्पताल इलाज कराने के लिए जा रहे थे। मगर, बारिश ज्यादा होने के कारण हम उसे वहां नहीं ले जा सके। बहन ने शुक्रवार शाम 6 बजे दम तोड़ दिया।''
मजदूरी करके गुजारा करता है परिवार
ग्रामीणों ने बताया कि इस परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। लड़की के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। घर पर उसका भाई और मां ही रहते हैं। दोनों मजदूरी कर परिवार का पेट पाल रहे थे। लड़की का एक वीडियो भी सामने आया है। वह 12 सिंतबर का पुलिस चौकी का बताया जा रहा है। इसमें पीड़िता पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दे रही थी। उसने बताया कि दो युवकों ने उसके साथ मारपीट की है। जबकि उन दोनों से उनकी कोई पुरानी रंजिश नहीं है।
डॉक्टर बोले- मुंह और कान से आ रहा था ब्लड
बिजुआ CHC के अधीक्षक डॉ. अमित सिंह ने बताया कि किशोरी के परिजन उसे 12 सितंबर को मेडिकल के लिए लाए थे। लड़की के गले व कलाई में चोट थीं। इलाज के बाद परिजन ये कहकर ले गए थे कि लखीमपुर में इलाज कराएंगे। डॉ. सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को ये लोग फिर उसे अस्पताल लाए। यहां मालूम चला कि उसके मुंह और कान से खून आ रहा था। वह सांस नहीं ले पा रही थी। इस वजह से उसे ऑक्सीजन लगाई गई। शुक्रवार शाम 6 बजे के करीब किशोरी की मौत हो गई।
SP बोले- हत्या की धारा बढ़ाई जा रही
परिवार की तरफ से कोई मांग नहीं रखी गई है। वो आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा चाहते हैं। SP संजीव सुमन ने बताया कि 12 सितंबर को मारपीट हुई थी। परिजनों ने जो तहरीर दी थी। उस पर मुकदमा दर्ज किया गया था। सूचना मिली है कि युवती की मौत हो गई है। मुकदमे में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई गई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है।