बीजेपी सांसद निरहुआ ने चंदौली में दिए जनसंबोधन में सपा पर निशाना साधा था. वहीं, उन्होंने अखिलेश यादव का समर्थन करने वाले यादवों को लेकर एक बयान दिया था, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से बीजेपी (BJP) सांसद दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने बीते दिनों राज्य के यादवों को लेकर एक बयान दिया था, जो अब उनके गले की हड्डी बनता जा रहा है. अब यादव समाज, निरहुआ के विरोध में सड़कों पर आ गया है औप उनके पुतले फूंके जा रहे हैं. शुक्रवार को चंदौली के बसाढ़ीपुर गांव और धानापुर इलाके में आजमगढ़ सांसद के खिलाफ मोर्चा निकालते हुए उनका पुतला बनाकर जला दिया.
बता दें, 2 दिन पहले वाराणसी से सटे चंदौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने अखिलेश यादव पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी की सरकार में आजमगढ़ में कोई विकास कार्य नहीं हुआ. वहीं, उनके भाषण की एक लाइन, जो विवाद का विषय बन गई, वह थी 'असली यादव देश के, बचे कुछ अखिलेश के.' निरहुआ के इस बयान को लेकर यादव समाज में खासा नाराजगी देखने को मिल रही है.
Fact Check: सोशल मीडिया पर क्या सच और और क्या झूठ इसे लेकर हमेशा संशय के बादल मंडराते रहते हैं. कब कौन खबर के नाम पर अफवाह उड़ा दे पता नहीं चलता. मगर यूपी तक आपको लगातार सच्ची खबर के साथ अफवाहों की हकीकत भी बताता है. आपको बता दें कि इस बीच सोशल मीडिया के रणबांकुरों यूपीतक को ही लपेटे में ले डाला है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर यूपी तक अपने पोस्ट कार्ड के जरिए भी आप तक खबरों से जुड़ी जानकारी पहुंचाता है. मगर हाल ही में एक फर्जी पोस्टर वायरल हुआ जिसमें दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ की फोटो लगाकर दावा किया गया कि 'यादव समाज 98 प्रतिशत अखिलेश जी के साथ है. मैने अंदाजा लगाने के लिए बयान दिया था. मैं यदुवंशियों से सार्वजनिक माफी मांगता हूं.' आपको बता दें कि यूपी तक के नाम और डिजाइन से जारी यह पोस्टर फर्जी है और तथ्यात्मक तौर पर पूरी तरह गलत है.
ध्यान देने वाली बात यह है कि आजमगढ़ के बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ की तरफ से ऐसा कोई भी बयान यूपी तक को नहीं दिया गया है और ना ही ऐसा कोई पोस्टर यूपी तक द्वारा जारी किया गया है. इसलिए ये पोस्टर पूरी तरह गलत और अफवाह फैलाने वाला है. चूंकि उत्तर प्रदेश में यादव वोटर बेहद ही अहम माना जाता है, इसलिए ऐसी अफवाहों को हवा मिलने की गुंजाइशी भी बढ़ जाती है. मगर यूपी तक आपके पास सच्चाई के साथ हमेशा खबरें लाता रहेगा.गौरतलब है कि हाल ही में आजमगढ़ में हुए लोकसभा उपचुनाव के बाद भाजपा से मैदान में उतरे दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत दर्ज की थी. आजमगढ़ अब तक समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है. आजमगढ़ की सीट से मुलायम सिंह यादव समेत अखिलेश यादव भी लोकसभा पहुंच चुके हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से जीतने के बाद अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लोकसभा की सीट से इस्तीफा दे दिया था.