नई दिल्लीः गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी डेटा नेटवर्क (Adani Data Network) को एक्सेस सर्विसेज के लिए यूनिफाइड लाइसेंस मिल गया है. इसके साथ ही अडानी डेटा नेटवर्क देश में सभी तरह की टेलीकॉम सेवाएं उपलब्ध कराने के लिहाज से सक्षम हो गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने दो आधिकारिक सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है. अडानी ग्रुप ने हाल में 5G Spectrum की नीलामी में स्पेक्ट्रम खरीदकर टेलीकॉम सेक्टर में प्रवेश किया.एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, "अडानी डेटा नेटवर्क्स को यूएल (एएस) मिल गया है."बता दें, 5जी स्पेक्ट्रम खरीदने की रेस में सबसे आगे 88,078 करोड़ रुपये खर्च करके मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम (Reliance Jio) रही था. जबिक, दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने 43,084 करोड़ रुपये, जबकि तीसरे पायदान पर 18,799 करोड़ रुपये खर्च करके वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) है.
सोमवार को दिया गया लाइसेंस
अडानी समूह ने टेलीकॉम सेक्टर (Telecom Sector) में एंट्री लेते हुए कहा था कि वह अपने डाटा सेंटरों (Data Centers) के साथ सुपर ऐप के लिए एयरवेव का उपयोग करने का प्लान बना रहा है. जो बिजली वितरण से लेकर हवाई अड्डों तक और बंदरगाहों तक गैस की खुदरा बिक्री को समर्थन देगा. पीटीआई के मुताबिक, इस मामले से जुड़े दो आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि अडानी डाटा नेटवर्क्स को यूएल (AS) दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया कि अडानी ग्रुप को सोमवार को लाइसेंस दे दिया गया है.
हाल में कंपनी ने खरीदा 5G स्पेक्ट्रम
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) की अनुषंगी अडानी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड (ADNL) ने 5G Spectrum के लिए हाल में हुई नीलामी में 212 करोड़ रुपये में 26 GHz मिलीमीटर वेब बैंड में 400 MHZ के इस्तेमाल का अधिकार हासिल किया था.
अडानी ग्रुप ने कहा है कि वह अपने डेटा सेंटर के लिए Airwaves का इस्तेमाल करेगा. इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी से लेकर एयरपोर्ट और गैस रिटेलिंग से लेकर पोर्ट्स तक के बिजनेस को सपोर्ट करने के लिए कंपनी सुपर ऐप बना रही है और इस स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कंपनी इस काम के लिए भी करेगी.
ग्रुप ने स्टेटमेंट जारी कर कहा है, "हाल में Acquired 5G Spectrum से यूनिफाइड डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करने में मदद मिलेगी. इससे अडानी ग्रुप द्वारा कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर के डिजिटाइजेशन की रफ्तार और पैमाने एवं खासकर प्राइमरी इंडस्ट्री एवं बी2सी बिजनेस पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद मिलेगी."
मुकेश अंबानी से सीधा मुकाबला?
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani), दोनों ही उद्योगपति गुजरात से आते हैं. अभी तक दोनों समूह अलग-अलग सेक्टर में काम करते आए हैं. और उनके बीच कोई सीधी प्रतिस्पर्धा नहीं है. मुकेश अंबानी का रिलायंस समूह तेल, रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स से लेकर टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर में काम करता है.
वहीं अडानी समूह पोर्ट, कोयला, ग्रीन एनर्जी, बिजली वितरण और एविएशन सेक्टर में है. लेकिन हाल के समय में अडानी ग्रुप ने जहां पेट्रोकेमिकल सेक्टर में एंट्री मारी है, तो वहीं रिलायंस ग्रुप ने भी ग्रीन एनर्जी सेक्टर में प्रवेश किया है. अब टेलीकॉम सेक्टर में अडानी समूह का प्रवेश करना दोनों के बीच पहली सीधी प्रतिस्पर्धा है.
टेलीकॉम सेक्टर में दिखेगी कड़ी टक्कर
इस संबंध में अडानी ग्रुप (Adani Group) की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. टेलीकॉम सेवाएं (Telecom Services) देने के लिए तैयार गौतम अडानी की कंपनी अब इस लाइसेंस के मिलने के बाद अपनी 5G सेवाओं में विस्तार कर सकेगी. इसके साथ ही इस सेक्टर में पहले से मौजूद दिग्गजों जियो (JIO), एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन-आइडिया (Voda-Idea) जैसी कंपनियों कड़ी टक्कर मिलने वाली है.
212 करोड़ रुपये में खरीदा स्पेक्ट्रम
गौरतलब है कि अडानी समूह ने हाल में संपन्न हुई 5G स्पेट्रम नीलामी के दौरान 20 वर्षों के लिए 212 करोड़ रुपये में 400 मेगाहर्ट्ज का स्पेक्ट्रम खरीदा था. इस खरीदारी के साथ ही गौतम अडानी ने नीलामी में स्पेक्ट्रम खरीदकर देश के टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री कर ली थी. हालांकि, उस समय कंपनी की ओर से कहा जा रहा था कि वह इस स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल समूह के भीतर की कारोबारी गतिविधियों के लिए करेगी.