UP में ARTO ने एसडीएम की गाड़ी का काटा साढ़े 26 हजार का चालान, जानिए नंबर प्लेट में क्या मिली खामी
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक नंबर मिटने की वजह से डिप्टी कलक्टर की इनोवा का नंबर मुरादाबाद में रजिस्टर्ड बलेनो का बन गया। जांच के बाद ठीक करने के बाद नंबर प्लेट इनोवा की ही पाई गई। लेकिन इनोवा के अभिलेख अधूरे पाए गए। गाड़ी का फिटनेस, परमिट, पोलूशन काफी समय पहले निकल चुका था।
सरकारी खर्चे पर ठेकेदार की तरफ से मिली इस इनोवा कार से ही डिप्टी कलक्टर सरकारी कार्य के लिए चलते हैं। लेकिन इस इनोवा कार पर बलेनो कार की नंबर प्लेट लगी हुई है। इसकी भनक किसी को नहीं थी।
बीते सोमवार को डीएम बीके त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलक्ट्रेट में आयोजित हुई। इसमें समिति के सदस्य अनिल कुमार ने मामले को उठाया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। सूचना मिलते ही एआरटीओ परिवर्तन महेश कुमार शर्मा, सीओ ट्रैफिक, टीएसआई धर्मेंद्र मीटिंग हॉल से बाहर आए और गाड़ी की नंबर प्लेट चेक की।
इस दौरान परिवहन एप पर चेक करने पर इनोवा कार पर लगी नंबर प्लेट बलेनो कार की पाई गई जो बलेनो कार मुरादाबाद निवासी अलका खन्ना के नाम पर रजिस्टर्ड है। इतना ही नहीं कार के आगे और पीछे लगी प्लेट पर हिंदी में अक्षर लिखे हुए थे, जो गैरकानूनी है।
आरटीओ ने देर शाम सौंपी डीएम को जांच रिपोर्ट
आनन-फानन में डिप्टी कलक्टर की गाड़ी की जांच की गई और शिकायत सही पाई गई। इसके बाद एआरटीओ ने गाड़ी का 26500 रुपये का चालान काट दिया। उधर जानकारी देते हुए जिलाधिकारी बाल कृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि गाड़ी पर फर्जी नंबर नही लगा था। नंबर प्लेट सही थी। लेकिन बारिश के चलते नंबर प्लेट के कुछ अक्षर मिट गए थे। जो गलत था।
ARTO ने मानक पूरे नही होने पर डिप्टी कलक्टर की कार का 26 हजार 500 रुपए का चालान काट दिया है। साथ ही आरटीओ ने मामले की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें यह खुलासा हुआ है।
साथ ही बताया कि सदर एसडीएम जिस इनोवा गाड़ी में चलते थे उसका पंजीयन नंबर जोकि हिंदी के अक्षरों में इस प्रकार लिखा हुआ ( यूपी २१ सी एन ४०२२ ) था। जोकि पिछले दिनों हुई बरसात के कारण मिट गया और ( यूपी २१ सा ए ४०२२ ) दिखने लगा। लेकिन गाड़ी का वास्तविक नंबर यही है UP 21 CN 4022 है।