उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में भी जल्द ही हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो सकती है। यूपी में भी चिकित्सा शिक्षा विभाग बीते कई महीनों से इस विषय पर विचार कर रहा है।
मध्यप्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई हिंदी (MBBS in Hindi) में होगी। प्रदेश सरकार (UP Government) ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। वहीं मंगलवार को सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देने करने के लिए प्रदेश सरकार ‘एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज’ लक्ष्य हासिल करने के करीब है।
आने वाले वर्षों में तैयार होंगे मेडिकल कॉलेज
यूपी के देवरिया जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में 477.46 करोड़ रुपये की 233 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने यह बातें कहीं। साथ ही कहा कि देवरिया में महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में एम्स और अन्य जिलों में मेडिकल कॉलेज इसी क्रम में उठाए गए कदम हैं। आने वाले वर्षों में प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज होगा।
मेडिकल की हिंदी में किताबों पर मंथन तेज
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई को लागू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो यूपी का चिकित्सा शिक्षा विभाग इसको लेकर पिछले कई महीनों से जद्दोजहद में लगा हुआ है। मेडिकल की हिंदी में किताबों के लिए विचार चल रहा है। बताया जा रहा कि इन कितानों के प्रबंध के लिए दो विकल्प सामने आए हैं।
पहला विकल्प है, मध्य प्रदेश से प्रयोग के तौर पर हिंदी की किताबें लाई जाएं। वहीं दूसरा विकल्प है, यहां मेडिकल की हिंदी की किताबें तैयार की जाएं। हालांकि विभाग की ओर से कहा गया है कि पहले से हिंदी में मौजूद मेडिकल की किताबों की गुणवत्ता की जांच कर रहा है।
11 मेडिकल कॉलेजों में B.Sc नर्सिंग की पढ़ाई नवंबर से
एमबीबीएस की पढ़ाई के साथ-साथ प्रदेश सरकार नर्सिंग की पढ़ाई पर भी जोर दे रही है। इसी नवंबर में प्रदेश के 11 मेडिकल कॉलेज में B.Sc नर्सिंग की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। जबकि बाकी मेडिकल संस्थानों में अगले सत्र से शुरू होगी।
पहले चरण के मुताबिक जालौन, अयोध्या, बस्ती, बहराइच, बदायूं, सहारनपुर, बांदा, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, फिरोजाबाद और शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में नवंबर से सत्र शुरू हो जाएगा। नर्सिंग के छात्रों और कॉलेजों ने तैयारी पूरी कर ली है।