भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने पिछले कई महीनों में कई बैंकों पर ताला लगा दिया है। इस कारण ग्राहकों में बेचैनी देखी जा सकती है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक के अनुसार बिगड़ती वित्तीय स्थिति को देखते हुए यह फैसला जाता है।
इन सभी बैंकों पर प्रतिबंध के बाद ताला लगा दिया गया है।
प्रतिबंधित बैंकों की लिस्ट में द करमाला अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, सोलापुर, जयप्रकाश नारायण नगरी सहकारी बैंक, बासमतनगर, दुर्गा को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक, विजयवाड़ा समेत कई बैंकों पर ताला लगा दिया गया है। सहकारी बैंक के ग्राहक सिर्फ 10,000 रुपये की ही निकाल पाएंगे। इससे पहले भी जब आरबीआई ने कई बैंकों पर प्रतिबंध लगाया था तो उनके ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
ग्राहकों को मिलेगा इंश्योरेंस लाभ
आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, "प्रत्येक जमाकर्ता जमा बीमा और क्रेडिट से 5,00,000/- (रुपये पांच लाख मात्र) की सीमा तक जमा बीमा दावा राशि प्राप्त करने का हकदार होगा। यह नियम गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) डीआईसीजीसी अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के अधीन है।
आरबीआई के अनुसार, सेवा विकास सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द करने के पीछे ये वजह है-
-- बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं नहीं हैं। इस प्रकार, यह बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ पठित धारा 11(1) और धारा 22 (3)(डी) के प्रावधानों का अनुपालन नहीं करता है।
-- बैंक धारा 22(3) (ए), 22 (3) (बी), 22 (3) (सी), 22 (3) (डी) और 22 (3) (ई) की आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहा है।
बैंक का बने रहना उसके जमाकर्ताओं के हितों के प्रतिकूल है। यदि बैंक को अपने बैंकिंग कारोबार को और आगे ले जाने की अनुमति दी जाती है तो जनहित पर गलत प्रभाव पड़ेगा।
क्या कहा RBI ने?
RBI ने कहा, ''सेवा विकास सहकारी बैंक लिमिटेड, पुणे, महाराष्ट्र को तत्काल प्रभाव से "बैंकिंग" कारोबार बंद करने की अनुमति दी जाती है। जिसमें अन्य बातों के अलावा, जमा स्वीकार करना और जमा राशि का भुगतान करना शामिल है।''
आरबीआई सभी बैंकों की वित्तीय स्थिति पर नजर रखती है और अगर बैंक ग्राहकों के लिए फायदेमंद नहीं रह जाते हैं, उनके पास अधिक फंड नहीं रहता है, बैंक की हालत खस्ता हो जाती है तो उन्हें बंद कर दिया जाता है।