वैसे तो दुनिया में बहुत अजूबों की भरमार है मगर आज जिस अजूबे के बारे में हम बात करने वाले है उसके कारनामे किसी को भी चकित कर सकते हैं जी हाँ आज हम बात करने वाले है दुनिया के सबसे छोटे प्रोफेसर सब्रोनो इसाक बारी Soborono Issac Bari के बारे में आप यक़ीनन चौंक गए होंगे की भला 8 साल का छोटा सा बच्चा कैसे प्रोफेसर बन सकता है मगर चौंकिए नहीं क्योंकि ये सच है जिस उम्र में बच्चे मुश्किल से पढ़ पाते हैं उस उम्र में सब्रोनो इसाक बारी Soborono Issac Bari न सिर्फ पढ़ सकताहै बल्कि वो अपनी उम्र से कई साल बड़ों को पढ़ाता भी है.जितना रोमांच आपको पढ़कर आ रहा है सबोर्नो के बारे में उतना ही मुझे लिखकर आ रहा है आइये पता करें साथ मिलकर की कौन है सबोर्नो और कैसी है उसकी ज़िन्दगी।
शिक्षा किसी भी राष्ट्र के लिए, वही महत्व रखती है। जो महत्त्व रक्त का हमारे शरीर के लिए होता है। शिक्षा का प्रचार-प्रसार व प्रवाह राष्ट्र के लिए और रक्त का प्रवाह हमारे शरीर के लिए, बहुत ही आवश्यक होता है। आप अपने जीवन में कितने ऐसे लोगों से मिले होंगे। जिनके बारे में, आप कह सकते हैं कि यह brilliant है। यह genius हैं। हो सकता है। आप ऐसे बहुत से लोगों से मिले हो। उनमें से कोई student होगा। जो स्कूल में पढ़ता होगा। कोई college में पढ़ता होगा। कोई किसी technology company में काम करता होगा। कोई Phd. कर रहा होगा।
अगर आपसे यह कहा जाए। यह एक ऐसे brilliant शख्स है। जिसने अभी schooling शुरू की। लेकिन वह world के 15 recognized universities में बतौर professor कार्यरत हैं। वो भी Physics, Chemistry व Maths के professor के तौर पर। यह ऐसी ही विलक्षण प्रतिभा के धनी है। जिन्हें 2021 में physics का Nobel prize के लिए प्रस्तावित किया गया है। आज जिन्हें 21वीं सदी का आइंस्टीन कहा जाता है। वह हैं- Prof. Soborno Isaac Bari ।
सब्रोनो इसाक बारी कौन है
इतनी काम उम्र में जब बच्चे पढ़ भी नहीं पाते सही तरीके से उस उम्र में सब्रोनो इसाक बारी Soborono Issac bari गणित, फिजिक्स और केमिस्ट्री के जटिल से जटिल सवालो को बड़ी आसानी से हल कर लेता है ना सिर्फ हल करता है बल्कि अपने से कई साल बड़े विद्यार्थियों को पढ़ाता भी है
सब्रोनो दुनिया का सबसे काम उम्र का प्रोफेसर कहा जाता है उसे इस युग का Einstein भी कहा जाता है, सब्रोनो का जन्म एक अमेरिकी बंगाली मुस्लिम परिवार में 9 अप्रैल 2012 में बंगलादेश मे हुआ था उनके पिता का नाम राशिदुल बारी है जो की खुद भी एक गणित के अध्यापक है और ब्रोंक्स कम्युनिटी कॉलेज में कार्यरत है उनकी माता का नाम शाहिदा बारी है सबोर्नो का एक बड़ा भाई भी है उसका नाम रेफथ अल्बर्ट बारी है।
उनके पिता नौकरी के सिलसिले में बंगलादेश से अमेरिका में आके बस गए थे और उन्होंने वहां गणित के अध्यापक के तौर पर काम करना शुरू कर दिया उनकी माता घर परिवार के देखभाल करती हैं
सब्रोनो इसाक बारी एक नज़र में
पुरस्कार Global Child Prodigy Award
सब्रोनो इसाक बारी की पढाई लिखाई
सब्रोनो के पिता बांग्लादेश से अमेरिका आ गए वो न्यूयोर्क शहर में गणित के प्रोफेसर के तौर पर काम करने लगे उन्होंने सब्रोनो को न्यूयोर्क के ही एक स्कूल में दाखिला दिलवा दिया
जब सबोर्नो महज़ 6 महीने का एक नवजात शिशु था अब उसने बात करना शुरू कर दिया था और जब वो 2 साल का था तब तो उसने गणित और फिजिक्स के सवालों को हल करना षुरू कर दिया था जैसे उसे पास वक़्त काम हो और काम बहुत करना हो इसलिए वो इस छोटी से उम्र से ही बात करना और उन सवालों को हल करना शुरू कर दिया जब बच्चे ठीक से बात भी नहीं कर पाते इसलिए सबोर्नो को इस योग का Einstein कहा जाता है।
सबोर्नो को ‘Global Child Prodigy Award’ से भी नवाज़ा जा चूका है साल 2020 में जनवरी के महीने में ये अवार्ड उनको नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के हाथों मिला था जब सब्रोनो 4 साल के थे तब उनको तत्कालीन अमरीका के प्रेजिडेंट बराक ओबामा ने Letter of Recognition दिया था।
सबोर्नो हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में
हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में 50000 आवेदनों में केवल 2000 ही स्वीकार किये जाते हैं और ऐसे में जब आप को वहां बुलाया गया हो तो ये बहुत बड़ी बात होती है और तब ये उससे भी बड़ी और अविश्वसनीय बात हो जाती है जब आप की उम्र महज़ 6 साल की हो. सबोर्नो का वहां इंटरविव ब्रोनक्स कम्युनिटी कॉलेज के अध्यक्ष थॉमस इसेकेनेगबे ने लिया था सबोर्नो को इसके लिए पत्र हारवर्ड के कुलपति डॉ लुईस रिचर्डसन ने लिखा था।
सब्रोनो बारी का सब्रोनो इसाक बरी बनाना
Soborno का जन्म 9 अप्रैल 2012 में हुआ था। 2021 में उनकी उम्र 9 वर्ष है। इनका famous नाम Soborno Isaac Bari है। जबकि इनका real नाम Soborno Bari है। वही इनका nickname – Isaac या Einstein है। इनका जन्म New York, United States में हुआ था। इन्होंने ‘पूत के पाँव, पालने में ही पहचाने जाते है-Coming event cast their shadows before’ जैसी कहावत को चरितार्थ कर दिया। शायद यह कहावत इनके लिए ही बनी होगी। क्योंकि Soborno जब 6 माह के ही थे। तभी इन्होंने पूरे व बड़े वाक्य बोलना शुरू कर दिया था।
Soborno असाधारण रूप से प्रतिभाशाली दिमाग वाले बंगाली-अमेरिकी है। इनके पिता मूल रूप से बांग्लादेशी है। जो अमेरिका में जाकर बस गए। इनके पिता का नाम Rashidul Bari है। जो पेशे से New York में Mathematics Teacher है। इनकी माता का नाम Shaheda Bari है। वह एक housewife है। Soborno के एक बड़े भाई भी है। जिनका नाम Refath Bari है।
जब सब्रोनो सिर्फ 2 साल के थे तब से ही उनमने कुछ अलग था वो एक जिज्ञासु और सिखाई हुई बातों को बहुत जल्दी सिख लिया करने की क्षमता के धनी बच्चे थे उनके मात पिता ने देखा की वो गणित और फिजिक्स केमिस्ट्री के सवालों को 2 साल की उम्र में हिओहलकार लेते हैं तो उन्होंने सब्रोनो का वीडियो बना कर सोशल मीडिया में डालना शुरू कर दिया धीरे धीरे ये वायरल होने लगी उनकी वीडियो .
फिर वहां ये न्यूयोर्क की लोकल मीडिया की नज़र इस विडिओ पर पड़ी उसके बाद इंटरविव चलने लगे वहां सब्रोनो के उसके बाद Voice of America में सब्रोनो का एक इंटरविव चला सब्रोनो Voice of America में सबसे छोटे उम्र के व्यक्ति बन गए जिनका वहां इंटरविव चला जिसके बाद दुनिया ने जाना इस विलक्षण प्रतिभा के बच्चे के बारे में .
उनके माता-पिता के अनुसार, किसी ने उन्हें Sir Isaac Newton से Isaac नाम Soborno के साथ जोड़ने का अनुरोध किया। वह Soborno की विलक्षण क्षमता से प्रभावित था। पहले तो Soborno के माता पिता ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन बाद में, Soborno की क्षमताओं को देखकर। उन्हें लगा कि ऐसा करना ठीक होगा।
उन्होंने Soborno की क्षमताओ की खोज की। वह उन concepts को आसानी से समझ सकता था। जो उसे नहीं सिखाई गई थीं। तब उनके माता-पिता ने letter में किये गए, अनुरोध को स्वीकारा। फिर Soborno Bari के नाम के साथ Soborno Isaac Bari जोड़ दिया गया।
किसको दिया जाता है Global Child Prodigy Award
Global child Prodigy award की शुरुआत भारत सरकार द्वारा 2017 में की गई। इस award का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विलक्षण प्रतिभा वाले बच्चों को पहचान दिलाना है। इसमें 14 साल से कम के प्रतिभावान बच्चों को, इस अवार्ड से नवाजा जाता है। यह award नृत्य, कला, संगीत विज्ञान, खेल, लेखन, मॉडलिंग आदि क्षेत्रों में दिया जाता है।Soborno को उनकी प्रतिभा के लिए जनवरी 2020 में ‘Chemistry’ के लिये, ‘ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवॉर्ड’ से नवाजा गया। उन्हें यह award नोबेल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी जी ने दिया। 6 साल की उम्र में हावर्ड यूनिवर्सिटी ने, Soborno को उनकी problem solving ability को देखते हुए, न्यूयॉर्क सिटी गिफ्ट एंड टैलेंटेड अवार्ड से नवाजा।
Soborno को 4 वर्ष की उम्र में, उनकी अद्भुत प्रतिभा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा सराहा गया। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें ‘Letter of Recognition’ प्रदान किया। उन्हें ऑक्सफोर्ड और हार्वर्ड जैसे कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के अध्यक्षों और कुलपतियों से पहले ही letter मिल चुके हैं।
उनके पिता के अनुसार, Soborno का सपना SAT परीक्षा देकर हार्वर्ड में 10 वर्ष की उम्र तक प्रवेश सुरक्षित करना है। उसका लक्ष्य जितनी जल्दी हो सके, कॉलेज जाने का है। ताकि वह कई doctorate की degrees डिग्री हासिल कर सके। उनका उद्देश्य young genius छात्रों की वर्तमान पीढ़ी को। गणित और विज्ञान के रोमांचकारी पक्ष को, समझने में मदद करने पर केंद्रित है।
Soborno 5 समस्याओं की वास्तविकता को भी समझना चाहते है। जिनमें Black hole, String theory, Dark matter, Quantum computing और fusion शामिल है। वह इन विषयों पर गहन अध्ययन करना चाहते है।
मस्जिद में प्रार्थना करने से इन्कार
4 जुलाई 2015 की शाम,जब Soborno चार वर्ष के थे। तब उन्होंने इमाम से अमेरिका के लिए, प्रार्थना करने के लिए कहा। लेकिन इमाम ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। Soborno मस्जिद से बाहर चले गए। उन्होंने आतंकवाद के बिना दुनिया बनाने के लिए, एक अभियान शुरू किया। उनके अभियान में दुनिया भर के लाखों लोग शामिल हुए।
2016 में, Soborno ने अपने आतंकवाद विरोधी अभियान को बढ़ावा देने के लिए। इसी नाम से एक book प्रकाशित की। यह book 70 पेज की है। 2020 में, The Love को दुनिया भर में प्रशंसा मिली। जिसमें एसपी पुणे विश्वविद्यालय से कुलपति Dr. Nitin Karmalkar का पुरस्कार भी शामिल है।
Soborno की बहुत कम उम्र में गणित और विज्ञान की गहरी समझ के कारण। उन्होंने विभिन्न समाचार चैनलों और टीवी शो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
आज BBC New York time, Hub post, Times of India और US सहित सौ से अधिक अंतरराष्ट्रीय समाचार portal में वह featured होने वाले दूसरे बांग्लादेशी बन गए है।
Soborno दुनिया के शीर्ष सौ बाल विलक्षणताओं में भी शामिल हैं। Soborno का मानना है कि कोई भी आविष्कारक बन सकता है। यदि वह हार न मानने का फैसला करता हैं। इसके साथ ही कड़ी मेहनत करता हैं।Soborno की अपनी website- Bari science lab है। जिसका motto “Memorization is a Crime” है। Soborno, यूट्यूब पर भी काफी लोकप्रिय हैं। जहां वे bari science lab नाम से एक Youtube channel चलाते हैं। उन्होंने हाल ही में 13 जून, 2021 को “Maxwell Equation 1” शीर्षक से एक video भी upload किया है।
Soborno ने इतनी कम उम्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने सिर्फ नौ साल की उम्र में गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान के कठिन समीकरणों को हल करने में सफलता हासिल की है। बारी को अक्सर अपने YouTube वीडियो और वेबसाइट के माध्यम से अपना ज्ञान साझा करते देखा जाता है।
कैसी लगी आपको हमारी ये जानकारी अगर आपके पास हमारे लिए कोई सुझाव है तो हमें ज़रूर कमेंट करके बताएं !