उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के महोगढ़ी गांव की गर्भवती महिला अस्पताल में एएनएम के न मिलने पर ठेले पर बच्चे को जन्म दिया। परिजनों का कहना है कि काफी देर इंतजार के बाद भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया।
मिर्जापुर। जिले के हलिया विकास खंड के एक गांव की गर्भवती महिला अस्पताल में एएनएम के न मिलने पर ठेले पर बच्चे को जन्म दिया। परिजनों का कहना है कि काफी देर इंतजार के बाद भी जब अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। तब घर की महिलाओं ने ठेला पर ही प्रसव कराया।
विकास खंड के महुगढ़ी गांव निवासी विक्रमा मुसहर की 30 वर्षीया गर्भवती बेटी प्रभावती को शुक्रवार शाम सात बजे प्रसव पीड़ा शुरू होने पर एंबुलेंस के लिए फोन किया। जब कुछ देर बाद एंबुलेंस नहीं पहुंची तब पिता विक्रमा मुसहर अपने ठेले पर गर्भवती पुत्री को चार किलोमीटर दूर न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज प्रसव के लिए ले गया। न्यू पीएचसी पर एल टी राकेश पटेल मिले लेकिन वहां तैनात एएनएम के नही मिलने पर कुछ ही देर में गर्भवती ने अस्पताल के बाहर ठेले पर ही बच्ची को जन्म दिया। काफी देर तक दवा इलाज नही किए जाने पर प्रसूता के पिता और साथ में गई घर की महिलाएं सरकार की व्यवस्था को कोसते हुए प्रसूता और नवजात को घर लेकर चले गए।
प्रसूता प्रभावती के पिता विक्रमा मुसहर ने बताया बेटी के ठेले पर प्रसव होने के बाद हल्ला गुल्ला सुनकर एक एएनएम बाहर निकल कर आई और दवा इलाज नही कर हम लोगों से बहस करने लगी। प्रसूता के पिता ने बताया कि मुसहर बस्ती में एंबुलेंस नही जाती है। इसलिए एंबुलेंस पर फोन नही किया और आनन-फानन में बेटी को ठेले पर लिटाकर स्वास्थ्य केंद्र ले गए। मामले की जानकारी होने पर पूर्व प्रधान देवदत्त सिंह भी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए और स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त अव्यवस्था तथा चिकित्सक की तैनाती के लिए सीएमओ से फोन से बात की। पूर्व प्रधान देवदत्त सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र ड्रमंडगंज में व्याप्त अव्यवस्था को दूर करने के लिए जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है ताकि लोगों का समय से दवा इलाज हो सके। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी हलिया डा. कामेश्वर तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है प्रसूता के प्रसव में लापरवाही बरतने वाली एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि डा. राजेंद्र प्रसाद मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराकर लापरवाह एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। वहीं एएनएम हीरावती का कहना है कि रात में कमरे पर खाना खाने के लिए गई थी। उसी दौरान महिला प्रसव के लिए पहुंची थी। स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद दाई महिला को ब्लड जांच के लिए डिलेवरी वार्ड में लेकर गई तो महिला वार्ड से बाहर आ गई। उसी समय महिला ने बच्चे को जन्म दिया। महिला का चौथा बच्चा था इसके बाद मैं भी आ गई, जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।