उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नेबुआ नौरंगिया पुलिस ने बुधवार को नाबालिग के अपहरण के मामले के वांछित आरोपी रंजीत गोंड़ निवासी भजन छपरा थाना खड्डा को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर अपहृता किशोरी को भी बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में दरोगा कैलाश यादव, हेड कांस्टेबल अब्दुल अलीम व महिला सिपाही रेखा कुमारी शामिल रहे।
दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतने पर SHO सस्पेंड:8 दिन पहले नाबालिग से हुआ था रेप; पीड़िता की मां ने SP से की थी शिकायत
कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना के एसएचओ को दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतना महंगा पड़ गया। पीड़िता की मां ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी। इसके बाद एसपी ने एसएचओ को सस्पेंड कर दिया। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में लापरवाही बरतने यानी कि उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना देर से देने पर एसपी ने निलंबन की कार्रवाई की है।
पीड़िता की मां ने बताया था कि 25 सितंबर की रात 9 बजे नाबालिग बेटी शौच के लिए गांव के बाहर गई थी। जब बेटी काफी देर तक घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता होने लगी। ग्रामीणों के साथ परिजन खोजने के लिए निकले। गांव के वाहर स्थित मुर्गी फार्म के तरफ से किशोरी के चिल्लाने की आवाज सुनी। इसके बाद परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। वहां पर आरोपी को रंगे हाथों पकड़कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
अगले दिन पीड़िता की मां ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया और कार्रवाई की मांग की। मामले में एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कुछ कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर पीड़िता की मां ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की। शिकायत पर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने इसकी जांच कराई तो एसएचओ द्वारा उक्त मामले में लापरवाही बरतने की बात सामने आई। इस पूरे प्रकरण एसएचओ दिनेश तिवारी की लापरवाही थी कि उन्होंने उच्चाधिकारियों को मामले की सूचना नहीं दी। एसपी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया।