प्रदेश के कई जिलों में पुलिस द्वारा मनमाने ढ़ंग से चालान काटे जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। कानपुर (Kanpur) के महाराजपुर (Maharajpur) में एक ई-रिक्शा चालक ने इसी तरह मनमाने ढ़ंग से चालान कटने के बाद सुसाइड कर लिया था। जिसका पुलिस ने दो बार में 22 हजार रूपये का चालान काटा था...
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के नौका विहार पर चाय का स्टाल लगाने वाले युवक का 2000 का चालान कटा तो वह अम्बेडकर चौराहे पर ही हेलमेट लगाए ही धरने पर बैठ गया। सूचना पर तत्काल कैन्ट थाने की पुलिस पहुंची और युवक को समझाने का प्रयास करने लगी। युवक को इस तरह बैठा देख वहां लोगों की भीड़ जुट गई। इसके बाद युवक ने रोते हुए अपनी बात कही। उसने कहा कि जबतक उसका चालान माफ नहीं होता, तब तक वह धरने से नहीं उठेगा। कुछ देर तक धरना पर बैठे रहने के बाद कैंट पुलिस ने समझाबुझा कर उसे धरने से उठा दिया।
संतकबीर नगर जिले के रहने वाले मदन मोहन किराए का रूम लेकर गोरखपुर में रहता है। मदन ने बताया कि वह रामगढ़ताल के नौका विहार पर आचार्य टी स्टाल चलाता। रोज 2 से 300 कमाता है। बुधवार को वह बाइक से अंबेडकर चौरहे से गुजर रहा था। मदन के मुताबिक बाएं लेन में आगे गाड़िया थी वह भी उनके पीछे गाड़ी था। इस दौरान उसका 2000 का चालान कट गया। गुरुवार को मदन मोहन उसी अंबेडकर चौराहे पर धरने पर बैठ गया। धरने पर हाथ में तख्ती लेकर बैठा था। वह चालान कटने पर रोने लगा। यह देख भीड़ लग गई और कैन्ट की कलेक्ट्रेट चौकी पुलिस, ओटीएमएस के लोग भी पहुंच गए। उसे मनाने में पुलिस वाले जुट गए। मदन मोहन ने बताया कि वह गरीब परिवार से है। इतनी कमाई नहीं है तो कहां से चलाना का पैसा जमा करेगा। उसका 2000 का चालान माफ किया जाय। युवक का इससे पहले भी 2 बार 5 हजार का चालान कट चुका है। एक बार बिना हेलमेट में कटा था, जिसके बाद उसने हेलमेट वाला चालान जमा किया था। युवक ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस उन लोगों का मनमाना चालान काटती है, जो बाहरी जिलों जैसे कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, संतकबीरनगर से यहां आते हैं।
बता दें कि प्रदेश के कई जिलों में पुलिस द्वारा मनमाने ढ़ंग से चालान काटे जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। कानपुर (Kanpur) के महाराजपुर (Maharajpur) में एक ई-रिक्शा चालक ने इसी तरह मनमाने ढ़ंग से चालान कटने के बाद सुसाइड कर लिया था। जिसका पुलिस ने दो बार में 22 हजार रूपये का चालान काटा था।
चाय बेचने वाले युवक मदन मोहन हाथ में तख्ती लेकर बैठे थे। इस तख्ती में लिखा था, 'गोरखपुर पुलिस मनमाने ढ़ंग से चालान काटना बंद करो।' युवक का कहना था कि उसके पास कागज थे, वह हेलमेट भी लगाये थे, लेकिन पुलिस ने जबर्दस्ती उनका चालान काट दिया। वे बेहद गरीब हैं और चालान भर पाने की स्थिति में नहीं हैं।