Ministry of Railways ने अपने सभी डिविजनल रेलवे मैनेजर से प्लेटफॉर्म टिकट की दर तय करने का अधिकार अब वापस ले लिया है.
Indian Railways: अगर आप रेलवे स्टेशन (Railways Station) पर किसी को यात्रा करने के लिए ट्रेन में बैठाने जा रहे है, तो घर से निकलने से पहले ये खबर जरूर पढ़ ले. आपको बता दें कि रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने अपने सभी डिविजनल रेलवे मैनेजर (Divisional Railway Manager- DRM) से प्लेटफॉर्म टिकट की दर (Platform Ticket Price) तय करने का अधिकार अब वापस ले लिया है. इस फैसले के बाद रेल मंत्रालय के पास ही यह अधिकार होगा. दिवाली और छठ जैसे त्योहारों पर रेलवे स्टेशन पर भीड़ को रोकने के लिए कई जोन में रेलवे के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) ने प्लेटफॉर्म टिकटों की दाम में इजाफा कर दिया था. आमतौर पर 10 रुपये में मिलने वाले इस प्लेटफॉर्म को 30 रुपये से लेकर 50 रुपये तक बढ़ा दिया गया है. रेलवे ने एक बड़ा फैसला लेते हुए यह तय किया है कि अब DRM प्लेटफॉर्म टिकट का रेट तय नहीं कर सकेंगे. हालांकि प्लेटफॉर्म टिकट से जुड़े बाकी फैसले अभी भी पहले की तरह DRM ही लेंगे.
2015 में मिला था अधिकार
एक ऑफिशियल सर्कलुर में रेलवे मंत्रालय (Ministry of Railways) ने कहा कि प्लेटफॉर्म टिकट के दाम को तय करने का अधिकार DRM से वापस लिया जा रहा है. हालांकि बाकी सभी फैसले DRM पहले की ही तरह लेते रहेंगे. बता दें कि 2015 में रेलवे ने यह नियम बनाया था, जब मेला, रैली आदि को देखते हुए DRM रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म टिकट के दाम में परिवर्तन कर सकते थे.
घटने लगे प्लेटफॉर्म टिकट के दाम
त्योहारों के दौरान कई जोन के रेलवे ने अपने रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ा दिया था. यह बढ़कर 50 रुपये तक पहुंच गया था. हालांकि छठ के बाद वापस से कई स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम को वापस से कम कर दिया गया है. इसमें उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (DCM) रेखा शर्मा ने कहा, "कुल 14 रेलवे स्टेशनों में प्लेटफॉर्म टिकट की दरें घटाकर 10 रुपये कर दी गई हैं. दिवाली और छठ पूजा के कारण कीमतें को बढ़ाकर 50 रुपये किया गया था, जिसे अब कम कर दिया गया है."