Mahoba Viral Video: महोबा जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में बना रहता है. शासन-प्रशासन के तमाम निर्देशों को दरकिनार करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं. यही वजह है कि यहां पर डॉक्टर नहीं तांत्रिक इलाज करते नजर आ रहे हैं. वहीं वीडियो वायरल होने के बाद तो जिला प्रशासन के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
यूपी के महोबा में जिला अस्पताल अब तंत्र-मंत्र का अड्डा बन गया है. यहां जहरीले कीड़े, सांप व बिच्छू के काटने के बाद मरीजों का इलाज डॉक्टरों की जगह तांत्रिक द्वारा जिला अस्पताल की इमरजेंसी में किया जा रहा है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक युवती और बुजुर्ग को तांत्रिकों द्वारा झाड़-फूंक करने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.
गौरतलब है कि महोबा जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में बना रहता है. शासन-प्रशासन के तमाम निर्देशों को दरकिनार करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं. यही वजह है कि यहां पर डॉक्टर नहीं तांत्रिक इलाज करते नजर आ रहे हैं. वहीं वीडियो वायरल होने के बाद तो जिला प्रशासन के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
CMO ने साधी चुप्पी
दरअसल, कुलपहाड़ के दरियार सिंह खुडा निवासी गुलाब सिंह की 22 वर्षीय बेटी संध्या यादव को खेतों में काम करने के दौरान बिच्छू ने काट लिया था. परिजनों द्वारा उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां पहुंचे एक तांत्रिक ने युवती के कान में फूल डालकर उसका इलाज शुरू कर दिया. यह देख अस्पताल में इलाज करा रहे लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए. तो वहीं दूसरी ओर श्रीनगर थाना क्षेत्र के चितययन गांव के रामदास को भी बिच्छू ने काट लिया था. जिसका एक बुजुर्ग तांत्रिक इमरजेंसी वार्ड के फर्श पर बैठकर इलाज कर रहा है. यह दोनों तस्वीरें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की है. मगर इस मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन चुप्पी साधे हुए है. चिकित्सा अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हो रहे हैं.
हैरानी की बात ये है कि खुलेआम जिला अस्पताल में झाड़-फूंक होती रही और जिम्मेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी. झाड़-फूंक कर इलाज करने आए गोरखा गांव निवासी लखनलाल ने बताया कि उसके पास रोजाना मरीज आते हैं. उसने जिला अस्पताल में महिला मरीज का इलाज किया है. दावा है कि वो सौ फीसदी ठीक हो जाएगी. दूसरे तांत्रिक संतोष कुमार पुजारी का दावा है कि उसने भी झाड़-फूंक से दो मरीजों का इलाज किया है. उन्हें आराम भी मिल गया है.
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब महोबा के जिला अस्पताल में तांत्रिकों द्वारा झाड़-फूंक की गई हो. इससे पहले भी इमरजेंसी वार्ड में महिला का तांत्रिक द्वारा इलाज करने का मामला आया था. सवाल ये भी उठ रहा है क्या लोगों को अस्पताल के डॉक्टरों पर भरोसा नहीं है.