घर में खेल रहे एक बच्चे को कोबरा सांप ने काट लिया तो दर्द से बिलबिलाते हुए मासूम को भी गुस्सा आ गया और उसने भी उसी सांप को पकड़कर 2-3 जगह से दांतों से काट डाला. मजे की बात यह है कि इलाज के बाद तो 10 साल का मासूम बच गया, लेकिन कोबरा सांप की मौत हो गई.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले सर्पदंश का हैरान करने वाला एक मामला आया था। ऐसे तो यहां सांप के डसने से कई लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन हाल ही में एक बच्चे ने गुस्से से सांप को कांट लिया जिस कारण से जहरीले सांप की मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो वो बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है। प्रारंभिक इलाज के बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हैरान करने वाली बात ये है कि जिस जहरीले सांप के डसने से लोगों की कुछ मिनटों में मौत हो जाती है उस सांप को पूरी तरह काट लेने के बाद बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य कैसे है। आइए डॉक्टरों से जानते हैं आखिर इंसान साप को काट ले तो क्या हो सकता है।
क्या कहना है डॉक्टरों का
श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि हमें पता करना पड़ेगा कि सांप जहरीला है या नहीं। अगर सांप जहरीला होगा तो बच्चे पर असर जरूर पड़ेगा। यह पहली बार हमने सुना है कि सांप ने बच्चे को काटा मगर बच्चे ने सांप को काट दिया। जिससे सांप की मौत हो गई। वहीं, रामकृष्ण हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉक्टर संदीप दवे ने बताया की पहली बार मैं सुन रहा हूं कि इस तरह का मामला कि सांप ने बच्चे को काट दिया बच्चे ने सांप को काट दिया जिससे सांप की मौत हो गई और बच्चा सुरक्षित है। डॉ राकेश गुप्ता ने बातचीत में बताया कि मैं पहली बार इस तरह की घटना सुन रहा हूं। यह तो साफ है कि सांप जहरीला नहीं होगा इसलिए उस बच्चे को कुछ नहीं हुआ। बच्चे ने सांप को काटा तो सांप को कहीं ना कहीं चोट लगी होगी जिसके कारण सांप की मौत हो गई।
क्या है मामला
दरअसल, मामला जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड का है। जहां पंडरापाठ में रहने वाला पहाड़ी कोरवा में रहना वाला दीपक राम घर से कुछ दूर अपनी दीदी के यहां गया हुआ था। जब बच्चा खेल रहा था उसी समय एक सांप ने उसके हाथ में काट दिया। जिसके बाद गुस्से में दीपक राम ने भी सांप को पकड़कर उसे अपने दांतों से काट लिया। इस दौरान सांप ने दीपक के हाथों को बुरी तरह जकड़ लिया था।
दीपक राम ने बताया था कि मैं खेल रहा था उसी समय जहरीले सांप ने आकर मुझे काट दिया। तो मैंने भी गुस्से में आकर सांप को काट दिया। इसके बाद इसकी सूचना मैंने अपने घरवालों को दी। उन्होंने मुझे अस्पताल में दिखाया अब मैं पूरी तरह से ठीक हूं।
आदिवासी मान्यताएं- सांप को काट लेने से नहीं लगता है जहर
छत्तीसगढ़ में कई तरह की आदिवासी मान्यताएं हैं। जशपुर जिले में यह अंधविश्वास भी है कि यदि किसी को सांप काट लेता है और वह आदमी बदले में उस सांप को काट ले तो उसे विष का प्रभाव नहीं होगा। ऐसे में लोगों को कहना है कि इसी कारण से बच्चे को कुछ नहीं हुआ।