उत्तर प्रदेश/ बस्ती 10 दिसम्बर।आर्य समाज नई बाजार बस्ती 49वें वार्षिकोत्सव के तृतीय दिवस के सायंकालीन सत्र में आयोजित वैदिक यज्ञ में पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव अपनी धर्मपत्नी व माता के साथ सामवेद के विशेष मंत्रों से आहुतियाँ दीं।
इस अवसर पर यज्ञाचार्य शुचिषद मुनि ने बताया कि सामवेद उपासना का वेद है। जब व्यक्ति ईश्वर की उपासना करता है तो उसके सारे क्लेश मिट जाते हैं बताया कि शतपथ ब्राह्मण में स्वाहा को यज्ञ की आत्मा कहा गया है। प्रत्येक लोककल्याण कारक व सुखदायी कार्य को यज्ञ ही कहते हैं। स्वाहा पूर्ण समर्पण का भी प्रतीक है।
साथ ही प्रत्येक मंत्र के अंत मे हम इदम न मम बोलते हैं जिसका अर्थ है कि यह मेरा नहीं है अर्थात मैं और मेरा की भावना कमजोर होती जाती है और हमारे भीतर उदारता की भावना प्रबल हो जाती है। पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जैसे हम खाने व खिलाने के बहाने ढूँढते हैं वैसे ही हमें अपने मांगलिक कार्यों में यज्ञ के आयोजन करने चाहिए।
आर्य समाज ने लोगों को वेद का पथ दिखाकर उन पर बड़ा उपकार किया है। समाज को इसे स्वीकार करना चाहिए। इस अवसर पर प्रधान ओम प्रकाश आर्य द्वारा पुलिस अधीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी इन्द्रजीत प्रजापति को ओम चित्र व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।