उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हुसैनाबाद गांव के मदरसा (madrasa) में तिरंगा की जगह हरे रंग का ‘इस्लामिक झंडा’ फहराया गया. यहां छात्र और गांव के लोग गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एकत्र हुए थे. इस घटना पर सुबेहा पुलिस थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है.
यूपी के बाराबंकी में तिरंगे की जगह मदरसे में इस्लामिक झंडा फहरा दिया गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. ये मामला सुबेहा थाना क्षेत्र के रामपुर मजरा जमीन हुसैनाबाद गांव का है.
बाराबंकी में 26 जनवरी को कुछ लोगों ने तिरंगे की जगह इस्लामिक झंडा लहरा दिया. मामला रामपुर मजरा जमीन हुसैनाबाद गांव का है. यहां पर गैर धार्मिक शिक्षण केंद्र संचालित होता है. गणतंत्र दिवस पर यहां तिरंगा की जगह इस्लामिक झंडा फहराया गया. बाकायदा झंडा फहराने के बाद बच्चों को मिष्ठान का वितरण किया गया. विरोध पर बताया गया कि उनके धर्म में तिरंगा झंडा नहीं फहराया जाता.
स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर मामले की जानकारी पुलिस को दी. आनन-फानन में सुबेहा पुलिस व हैदरगढ़ तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और झंडे को नीचे उतरवाया. इसके बाद मामले में हाफिज मोहम्मद सोहराब व मोहम्मद तफ्सील तबरेज निजामुद्दीन रिजवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बताया जा रहा है कि झंडे को आसिफ ने फहराया है, जिसकी तलाश की जा रही है.
ये झंडा अशरफुल उलूम इमादादिया साकिन मदरसा पर फहराया गया. बताया जा रहा है कि यहां राष्ट्रीय गान भी नहीं गाया गया. धार्मिक झंडा फहराने का किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया है. जिसे देखकर लोगों ने नाराजगी जताई. इसके बाद लोगों ने ट्विटर पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकायत की है.
15 वर्षों से चल रहा है मदरसा
वही पुलिस को मदरसे के हाफिज मो. हाफिज पुत्र सहिबान ने बताया कि यह मदरसा पिछले 15 वर्षों से चल रहा है. 26 जनवरी की सुबह आठ बजे अपना धार्मिक झंडा फहराया है. हमारे यहां राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया जाता है, न ही कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम किए जाते हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि कुछ लोगो ने अपने प्राइवेट मदरसे में जबरदस्ती तिरंगे की जगह इस्लामिक झंडा को लहरा दिया था. इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.