उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के लालगंज थानाक्षेत्र के एक गांव से लापता हुई बालिका हैवानियत की शिकार हुई थी। हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया। भेद खुलने के डर से मुंह और नाक दबाकर उसकी हत्या की गई थी। तीन डॉक्टरों के पैनल की देखरेख में किए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा होने पर पुलिस सन्न रह गई। स्वाट और लालगंज थाने की टीम ने उसी गांव के आरोपी मिथुन राजभर को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्त में आने के बाद आरोपी मिथुन राजभर ने पुलिस को बताया कि सब लोगों के शादी में चले जाने के बाद वह डीजे बजाकर महिलाओं और बच्चों के साथ डांस कर रहा था। इस बीच वह बच्चों को टॉफी भी दे रहा था। उस बालिका को भी टॉफी दिखाकर अपने पास बुलाया। चूंकि वह पहले भी उससे टॉफी ले लिया करती थी, इसलिए उसके पास चली गई।
उसे और टॉफी देने का लालच देकर घर से कुछ दूरी पर ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। बालिका चिल्लाने लगी और कहने लगी कि अपनी मम्मी को बता देगी। भेद खुलने की डर से उसने वहीं पर मुंह और नाक दबाकर बालिका को मौत के घाट उतार दिया। पोखरे में शव फेंकने के बाद पैर से कीचड़ में धंसा दिया ताकि आसानी से दिखाई न दे।
किसी को उस पर शक न हो इसलिए आरोपी मिथुन राजभर भी सबके साथ बालिका को ढूंढने में जुटा रहा। सुबह शव मिलने के बाद आरोपी भी पोखरे पर पहुंचा। कीचड़ से शव निकालने में मदद भी की और शव के ऊपर से कीचड़ हटाने लगा। वहां मौजूद लोगों ने जब उसे ऐसा करने से मना किया और कहा कि यह पुलिस का मामला है तो वह डर गया।
उसे लगा कि लोग उस पर संदेह करने लगे हैं। इसलिए वह वहां से धीरे से सरक लिया। इधर पुलिस ऐसे लोगों का पता लगाने लगी जो बरात में नहीं गए थे। पुलिस के अनुसार वह घर से कहीं भागने की फिराक में था मगर निपनिया पुलिया के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने सोमवार को प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि घर में भीड़भाड़ होने का फायदा उठाकर गांव का ही आरोपी मिथुन राजभर बहला-फुसलाकर बालिका को अपने साथ सूनसान स्थान पर ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। बालिका के प्रतिरोध करने पर उसने मुंह और नाक तब तक दबाए रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। शव को पोखरे में डालकर कीचड़ में दबा दिया था। गिरफ्तार करने वाली टीम को एसपी की तरफ से 25 हजार रुपये पुरस्कार दिया गया है।
बता दें कि शनिवार रात आठ वर्षीय बालिका के चचेरे भाई की शादी थी। उसके घर से गोरखपुर बरात गई थी। इधर घर में महिलाएं नाच-गाना गा रही थीं। जिसमें आठ वर्षीय बालिका भी शामिल थी। परिवार के लोगों का कहना है कि रात करीब साढ़े नौ बजे के आसपास किशोरी अचानक घर से लापता हो गई। उसके घर में मौजूद न होने की जानकारी होने पर परिवार के लोग और घर आए रिश्तेदार ढूंढने लगे। डायल-112 पर पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस भी अपने स्तर से जानकारी जुटाने लगी।
पूरी रात उसे लोग तलाश करते रहे लेकिन कुछ पता नहीं चला। रविवार को सुबह गांव का एक लड़का तालाब के किनारे गया तो उसे कीचड़ में शव दिखा। उसके शोर मचाने पर तमाम लोग जुट गए। सूचना पर महसों चौकी की पुलिस भी पहुंच गई। शव निकालने के बाद बालिका की पहचान की गई।