बाराबंकी के किसान मेले में बीजेपी नेता और एक अधिकारी में जमकर चले लात घूंसे, मारपीट का वीडियो वायरल
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में किसान मेला आयोजित किया गया था. इसी मेले में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता पंकज दीक्षित कृषि विभाग के एक अधिकारी से भिड़ गए. पहले बहसबाजी हुई भी पंकज दीक्षित ने अधिकारी को वहीं पटक दिया और जमकर लात-घूंसे बरसाए. रिपोर्ट के मुताबिक, पंकज दीक्षित मीडिया के लोगों से मेले के बारे में बात करते हुए फर्जीवाड़े का आरोप लगा रहे थे. इसी दौरान कृषि विभाग के स्टेनो आलोक कुमार सिंह ने उन्हें टोका और दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई.
इस मेले का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत ने किया. दोपहर में दिवंगत पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित के बेटे पंकज दीक्षित किसान मेले में पहुंचे. मीडिया से बातचीत में पंकज कह रहे थे, 'यहां लाई गई गोभी लोकल नहीं है. जो लोग यहां किसान बनकर बैठे हैं, वे भी दलाल हैं. यहां किसानों का नहीं, दलालों का हित होता है और असली किसानों को कोई फायदा नहीं होता.'
किसान मेले में ही उठाकर पटका उनकी बात सुनकर कृषि विज्ञान केंद्र के स्टेनो आलोक कुमार सिंह ने टोका तो दोनों के बीच बहस होने लगी. देखते ही देखते गरमागरमी इस कदर बढ़ गई कि पहले तो पंकज दीक्षित ने कुर्सी फेंककर मारी फिर आलोक सिंह को जमीन पर पटक दिया. पूरा वाकया कैमरे पर रिकॉर्ड हो रहा था.
इस मामले पर पंकज दीक्षित का कहना है, 'दलालों का विरोध करने पर स्टेनो ने मुझसे बदतमीजी की. मैंने मारा है और अगर ये लोग नहीं सुधरे तो फिर मारूंगा और टांग चीरकर फेंक दूंगा. यह मेरी जिम्मेदारी है.'
क्यों हुआ विवाद, क्या था पूरा मामला
दो दिवसीय कृषि मेले में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत ने सुबह दीप प्रज्वलित कर किसान मेले का शुभारंभ किया. केवीके (कृषि विज्ञान केंद्र-हैदरगढ़) परिसर में लगभग दो बजे तक सब कुछ ठीक था. किसान गोष्ठी चल रही थी. ट्रैक्टर कंपनियों एवं कई किसानों एवं सरकारी विभागों के भी स्टाल लगे थे. किसान इन सभी का आनंद ले रहे थे. इसी समय लगभग दो बजे पूर्व विधायक सुन्दरलाल दीक्षित के पुत्र व नगर पंचायत हैदरगढ़ की चेयरमैन पति, भाजपा नेता पंकज दीक्षित किसान मेले में पहुंचे. एक ट्रैक्टर के स्टाल के सामने भाजपा नेता पंकज दीक्षित एक मीडिया कर्मी से अपनी शिकायत रिकार्ड करा रहे थे. वह आरोप लगा रहे थे कि कृषि विज्ञान केन्द्र पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में लाई गई गोभी के फूल यहां की पैदावार नहीं हैं. भाजपा नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां किसानों का नहीं दलालों का हित होता है. किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा. इसी समय पास में मौजूद कृषि विज्ञान केंद्र में स्टेनो पद पर कार्यरत आलोक कुमार सिंह ने पंकज दीक्षित को रोका. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. अचानक दोनों गुत्थम गुत्था,मारपीट शुरू हो गयी. वहां मौजूद कई लोगों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को अलग किया. इस घटना से किसान मेले में अव्यवस्था फैल गई. पूरा कार्यक्रम प्रभावित हो गया. घटना के बाद भाजपा नेता वहां से चले गए.