बिहार में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद हुए एक सैन्यकर्मी के पिता के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की खबरों पर मंगलवार को आक्रोश व्यक्त किया। वैशाली जिले की पुलिस ने दावा किया कि राज कपूर सिंह को उसी गांव के एक निवासी की शिकायत के आधार पर एससी-एसटी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद हुए जय किशोर सिंह के स्मारक के निर्माण पर आपत्ति जताई गई है।
वैशाली के पुलिस अधीक्षक मनीष ने कहा, ‘राज कपूर सिंह को शनिवार रात जनदाहा थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि आरोपी अपने बेटे के स्मारक का अवैध रूप से निर्माण कर रहा था।’ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिकायतकर्ता के अनुसार, उसने निर्माण पर आपत्ति जताई थी क्योंकि इससे उसका रास्ता बाधित हो रहा था, लेकिन आरोपी ने उससे दुर्व्यवहार किया। मीडिया में आई खबरों में आरोप लगाया गया है कि बिहार रेजीमेंट के शहीद जवान के पिता को पुलिस ने ‘घसीटा और पीटा’, लेकिन पुलिस अधीक्षक ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि किसी ने भी गिरफ्तार आरोपी के साथ अनुचित व्यवहार नहीं किया।
गलवान हिंसा में शहीद हुए जय किशोर सिंह के पिता की बिहार पुलिस द्वारा पिटाई और गिरफ्तारी के मामले में सियासी बवाल मच गया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. दूसरी ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात कर नाराजगी व्यक्त की. उधर, बीजेपी विधायकों ने जोर शोर से इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया. इतना ही नहीं बीजेपी ने नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधते हुए माफी की मांग की. बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. बीजेपी ने राज्य सरकार पर शहीद के पिता को अपमानित करने का आरोप लगाया.