रिपोर्ट:गरुणध्वज पाण्डेय
बस्ती:देश के प्रति समर्पण व सेवा भाव शिक्षक ही सिखाते हैं सेवा से व्यक्ति एक आदर्श नागरिक बनता है। बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम हमें अपने देश, संस्कृति व महापुरुषों का अनुकरण करने की प्रेरणा देते हैं।वार्षिकोत्सव बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने का मंच होता है इससे बच्चों में महापुरुषों के गुण प्रकट होते हैं। उक्त बातें मुख्य अतिथि महेश शुक्ल जिलाध्यक्ष भजपा ने स्वामी दयानन्द विद्यालय सुर्तीहट्टा बस्ती में आयोजित वार्षिकोत्सव के अवसर पर बच्चों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कही। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथि योगेश शुक्ल व सी ए सुधीर अग्रवाल द्वारा ईश्वर स्तुतिप्रार्थना उपासना के साथ दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। विशिष्ट अतिथि योगेश शुक्ल प्रवक्ता श्रीकृष्ण पाण्डेय इंटर कालेज बस्ती ने कहा कि अंग्रेजों ने भारतीय संस्कृति व सभ्यता को नष्ट करने के लिए सबसे पहले गुरुकुलों को अवैध घोषित किया। बताया कि संस्कारयुक्त शिक्षा ही विद्यार्थियों व समाज को सही दिशा दे सकती है। इसकी सार्थकता का अनुभव करते हुए ऋषि दयानन्द की प्रेरणा से गुरुकुल व डी ए वी कालेज खोले गए। वर्तमान में सर्वाधिक वैदिक गुरुकुल व कालेज खोलकर वैदिक संस्कृति का विस्तार करने वाली संस्था आर्य समाज ही है। आज एक आदर्श समाज निर्माण, कला, ज्ञान विज्ञान के लिए पूरी दुनिया भारतवर्ष का ही अनुकरण कर रही हैं। इस अवसर पर दिनेश आर्य प्रशिक्षक आर्य वीर दल दिल्ली प्रदेश के नेतृत्व में बच्चों ने स्वागत गीत, लोक गीत व लघु नाटिकाएं प्रस्तुत कर बच्चों ने दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में जहाँ एक ओर सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, भोजन गीत व हास्य नाटक द्वारा लोगों को अच्छा संदेश दिया गया वहीं होली गीत, बसन्त गीत, काव्यावली प्रस्तुत कर लोगों का मनोरंजन किया गया। झांसी की रानी, भगतसिंह और महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन पर आधारित प्रेरक प्रसंग का मंचन कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर प्रबंधक ओम प्रकाश आर्य ने अतिथियों को ओम चित्र व सत्यार्थ प्रकाश प्रदान कर सम्मानित किया गया।अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि वास्तव में महर्षि दयानन्द ने सत्य को ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने की कसौटी समाज को दी है। आर्य समाज के सिद्धान्तों से प्रभावित होकर क्रान्तिकारियों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इसके अलावा भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, राम प्रसाद बिस्मिल, मंगल पाण्डेय, सावरकर, लाला लाजपत राय जैसे क्रांन्तिकारियों की एक लम्बी फौज तैयार करने में आर्य समाज के विद्यालयों का बड़ा योगदान है।संचालन करते हुए दिनेश आर्य व देवव्रत आर्य ने बताया कि विद्यार्थी के हृदय में स्थापित किये गये सकारात्मक विचार उन्हे आगे चलकर आदर्श नागरिक बनने में सहायता करता है और वह अपने देश व धर्म के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने को प्रतिक्षण तैयार रहता है। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक आदित्यनारायण गिरि ने बच्चों के विकास में माताओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्हें बच्चों की संस्कारयुक्त शिक्षा के लिए प्रेरित किया। प्रधानाध्यापक गरुण ध्वज पाण्डेय ने सबके प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक व अभिभावक के सुयक्त प्रयास से बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा दी जा सकती है जिससे आगे चलकर बालक देश का सुयोग्य नागरिक सिद्ध हो सकता है।
इस अवसर पर अंशिता, शेखर श्रीवास्तव, अनुष्का व यश कुमार को अलग अलग कटेगरी में बेस्ट स्टूडेन्ट आफ द ईयर का अवार्ड दिया गया तो शिक्षकों में अनीशा मिश्रा व नितीश कुमार को बेस्ट टीचर आफ द ईयर का अवार्ड दिया गया। कार्यक्रम में लक्ष्मी अंशिका चौधरी पायल निधि परी शालिनी शर्मिष्ठा मानसी हुमैरा रेणुका प्रियांशु अमरेंद्र मनोज विकास कुलश्रेष्ठ सोनी साक्षी खुशी दुर्गा अनुष्का आयुष ऋषभ पंत आदर्श अजीत भवन आराध्या अर्पिता रोली यशस्वी प्रिया प्रीतम सक्षम अभिषेक अंश शौर्य पृथ्वी जीत मयंक मिश्र आर्यन तेजस दीक्षा मणि अजय आशुतोष लोग अन्य मानवीय रिया अर्चना सृष्टि वंदना प्रज्ञा शिवा प्रखर किशन पीयूष यश पुनीत नंदिनी अंशिका पांडे तुलसी अंशिका मद्धेशिया अदिति यामिनी रिया चौधरी आरुषि सोनम शैलेश शशि अजीत आदित्य प्रज्वल राजवीर रवि सूर्यांश सत्यम शिव शंकर प्रिंस कुमार मनीष दिव्यांशु अंकित विजय अनमोल विनायक अर्पिता आदि बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वैद्य अजय चौधरी, राम चरण चौधरी, ब्रह्मानन्द शुक्ल, मनमोहन तिवारी, आदित्य यादव प्रधानाचार्य डी एन कान्वेंट स्कूल, रामयज्ञ मिश्र प्रबंधक दुर्गावती पब्लिक स्कूल निपनिया, अरविन्द श्रीवास्तव, अनूप कुमार त्रिपाठी, देवव्रत आर्य, बबलू मिश्र, कंचनलता आर्य, रश्मि आर्य, अलखनिंजन आर्य,सहित अनेक लोग कार्यक्रम में सम्मिलित रहे। अतिथियों द्वारा पुरस्कार वितरण के पश्चात कार्यक्रम समाप्त हुआ।