UP/बांदा: क्या कोई बेटी अपने पिता की हत्यारी बन सकती है.. आम तौर पर इस सवाल का जवाब नहीं होगा लेकिन हम आपको एक ऐसी घटना बता रहे हैं, दिसे सुन आप भी दंग और हैरान रह जाएंगे. इस घटना में उसी बेटी ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया जिसने उसे उंगली पकड़कर चलना सिखाया था. हत्या की वजह भी कोई गैर था, यानी कि लड़की का प्रेमी.मानवीय रिश्तों को झकझोरने वाली ये घटना यूपी की है. बांदा पुलिस ने हत्या की सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया तो खुद अधिकारी भी हैरान रह गए. 48 घंटे पहले खुद की सगी बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पिता की धारदार हथियार और लाठी डंडे से पीट कर निर्मम हत्या कर दी थी. सूचना के बाद मौके पहुंची पुलिस ने पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. 48 घंटे बाद पुलिस ने हत्या की आरोपी बेटी और उसके प्रेमी और प्रेमी के दोस्त को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है.
घटना बांदा जनपद के बिसंडा थाना क्षेत्र के चंद्रावल गांव से 25 फरवरी को सामने आयी थी. 25 फरवरी को मोतीलाल नाम के एक व्यक्ति का शव बिसंडा थाना क्षेत्र के चंद्रावल में खेतों में मिला था. इस केस को पुलिस ने सुलझा लिया है और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा जा रहा है.
मृतक की बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पिता की लाठी-डंडे और धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी थी और उसके बाद हत्या की साजिश रचने वाली बेटी ने ड्रामा करते हुए यह सिद्ध कर दिया कि अज्ञात लोगों ने पिता की हत्या की और फरार हो गए. मामले की जानकारी के बाद एसपी अभिनंदन, अपर पुलिस अधीक्षक सहित जिले का तमाम पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचे और डॉग स्क्वायड, सर्विलांस की मदद से जांच पड़ताल शुरू कर दी.
इस बारे में जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि 26 फरवरी को ग्राम चन्द्रायल में उसी गांव के मोतीलाल यादव (50) का शव बरामद हुआ था। जिसके संबंध में थाना बिसंडा पर अभियोग पंजीकृत कर छानबीन की जा रही थी । घटनास्थल पर छानबीन के दौरान मृतक के मोबाइल पर रिंग बजी थी। कुछ देर बाद मोबाइल स्विच आफ हो गया था। सर्विलांस की मदद् से सीडीआर में ज्ञात हुआ कि मृतक की बेटी सरवन से एक नम्बर पर काफी बात होती थी, जिसको लेकर पुलिस को संदेह हुआ। मृतक की बेटी से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया वह गांव के ही कमल नाम के एक युवक से प्रेम करती है। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन उसके पिता मोतीलाल को यह बात मंजूर नही थी। मोतीलाल इस बात को लेकर उसे मारता पीटता और प्रताड़ित करता था।
इसी से परेशान होकर मैं, कमल और कमल के दोस्त सूरज..हम तीनों लोगों ने पिता को रास्ते से हटाने की ठान ली. इसके बाद खेत से लौटे बाग हम तीनों लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया.इस केस को पुलिस ने सुलझा लिया है और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया।