उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में एक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर बहुत तेजी से वायरल (Viral) हो रहा है। जिसमें विद्यालय (School) के कमरे में एक शख्स शराब (Alcohal) के नशे में बेसुध होकर जमीन पर पड़ा हुआ है। शिक्षा के मंदिर (School) में नशे की हालत में पड़े इस व्यक्ति की वीडियो ग्रामीणों (Rural) द्वारा अपने मोबाइल (Mobile) में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल (Viral) कर दी गई। जो इस समय जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस वीडियो के वायरल (Viral) होने के बाद आला अधिकारी (Officer) भी हरकत में आए और आनन-फानन में इस मामले की जांच शुरू कर दी गई।
आपको बता दें कि वायरल वीडियो में ग्रामीण यह कहते हुए तो जरूर सुनाई पड़ रहे हैं कि ये शराबी और कोई नहीं बल्कि इस स्कूल का ही अध्यापक है। लेकिन, इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला का साफ तौर पर कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नशे की हालत में पड़ा ये व्यक्ति अध्यापक है या फिर कोई और। फिलहाल बीएसए शुभम शुक्ला ने यह जरूर स्पष्ट किया है कि अगर यह विभाग से संबंधित व्यक्ति है तो इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ये है पूरा मामला
दरअसल बताया जा रहा है कि ये वायरल वीडियो बुढ़ाना तहसील क्षेत्र स्थित कुरथल गांव के प्राथमिक विद्यालय का है। जहां पर विद्यालय के कमरे में एक व्यक्ति नशे की हालत में जमीन पर पड़ा हुआ है। जिसका वीडियो ग्रामीणों द्वारा अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया लेकिन यह घटना कब की है इसका अभी जहां पता नहीं लग पाया है।वहीं वीडियो के वायरल होने के बाद इस मामले में मुजफ्फरनगर जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला द्वारा इसकी जांच बुढ़ाना बीओ को दे दी गई है।
इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए मुजफ्फरनगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने बताया कि मेरे पास दोपहर में यह मामला संज्ञान में आया है कि कुरथल गांव बुढ़ाना में एक प्राथमिक विद्यालय है। वहां पर एक शख्स विद्यालय परिसर में लेटा हुआ है। ऐसा लग रहा है कि उसने शराब पी रखी है। अभी यह जानकारी नहीं प्राप्त हो पाई है कि वह अध्यापक है या कोई अन्य व्यक्ति इसलिए बीओ बुढ़ाना को इस संदर्भ में जांच के लिए आदेशित किया गया है। आज वह अवकाश पर थी इसलिए जांच रिपोर्ट नहीं आ पाई है। सोमवार को जांच रिपोर्ट आ जाएगी। अगर वह मेरे विभाग से संबंधित कर्मचारी है तो यह पूरी तरीके से अनुशासनहीनता है इस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह गलत है पूरी तरीके से अनुशासनहीनता है और यह किसी भी तरह से स्वीकार योग्य नहीं है।