उत्तर प्रदेश में कौशांबी के महेवाघाट पुलिस ने नशे के काले कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। पुलिस ने नशे की फसल लगाकर मोटा मुनाफा पाने की कोशिश करने वाले 3 किसान को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके खेत से 90 किलोग्राम की तैयार अफीम की फसल बरामद की है। पुलिस को अंदेशा है कि इस फसल को प्रोसेसिंग के जरिए 12 किलोग्राम की हीरोइन तैयार की जानी थी। पुलिस ने जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 10-12 करोड़ रुपये की आंकी है।
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महेवाघाट कोतवाली पुलिस बृहस्पतिवार शाम भगतपुरवा से रानीपुर की तरफ गश्त कर रही थी। इस दौरान रानीपुर गांव का दिनेश कुमार को पकड़ा गया। दिनेश के पास से साढ़े चार किलो अफीम के हरे फल (डोडा) बरामद हुए।
दिनेश ने बताया कि वह सरसों के खेत में अफीम की खेती करता है। दिनेश के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो छह बिस्वा खेत में अफीम की खेती मिली। फल पककर तैयार हो चुके थे। पूछताछ में दिनेश ने गांव के प्रदीप सिंह व अभिमन्यु सिंह का नाम कुबूला। बताया कि वह लोग भी अफीम की खेती करते हैं।
पुलिस ने प्रकाश में आए प्रदीप व अभिमन्यु के खेत में दबिश दी तो वहां भी अफीम की फसल मिली। मामले की सूचना एनसीबी लखनऊ को दी गई। मौके पर पहुंचे एनसीबी के इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि खेत में मिली अफीम करीब 80 से 90 किलो थी। प्रोसेसिंग के बाद 10 से 12 किलो हेरोइन निकलती, जिसकी अनुमानित कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 से 12 करोड़ होती। मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया।