lakhimpur kheri sarkari aspatal: आप अगर कभी उत्तर प्रदेश गए होंगे तो वहां दुनिया का सातवां अजूबा ताजमहल जरूर देखा होगा.इस फेहसियत में एक और अजूबा जुड़ गया है। आज हम आपको एक इंजीनियरिंग के ऐसे नमूने के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे देखकर आप भी हैरानी में पड़ जाएंगे और आप भी कहेंगे कि ये क्या बना डाला? लखीमपुर खीरी में एक अस्पताल का सेकेंड फ्लोर तो बना है, लेकिन उस फ्लोर तक जाने के लिए सालों से वहां कोई सीढ़ी ही नहीं है! इस इमारत को बने हुए लगभग 9 वर्ष हो गए हैं मगर आज तक यहां आने वालों को दूसरी मंज़िल तक जाने का रास्ता नहीं दिखा।
असल में यूपी के लखीमपुरखीरी में एक सरकारी अस्पताल का दूसरा फ्लोर भूत बंगला बनता जा रहा है क्योंकि वहां जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं है. अब आप सोच रहेंगे होंगे यह क्या माजरा है. आप सही पढ़ रहे हैं. इस सरकारी अस्पताल में सेकेंड फ्लोर तो है लेकिन इंजीनियर ने वहां जाने के लिए सीढ़ी बनाई ही नहीं.हम बात कर रहे हैं खीरी जिले की फूलबेहड़ सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की, जिसका शिलान्यास 2014 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और नगरविकास मंत्री आजम खान ने किया था. लाखों रुपये की लागत से बनी बिल्डिंग का शिलान्यास तो बड़ी धूमधाम से किया गया, लेकिन अधिकारी यह भूल गए की इस दो मंजिला इमारत पर जाने के लिए एक सीढ़ी की भी जरूरत पड़ती है.
यहां आने वाले मरीजों का कहना है कि हम अस्पताल तो दवाई लेने आते है, लेकिन अस्पताल की दूसरी मंजिल पर कभी नहीं गए. हमें आज तक ऊपर जाने का रास्ता ही नहीं दिखा,वहीं सीएचसी अधीक्षक अश्वनी कुमार ने बताया कि यहां सेकेंड फ्लोर बना है, जिसमें कई कमरे और एक हॉल भी है, लेकिन सीढ़ियां नहीं है. इससे मरीजों को एडमिट करने में दिक्कतें होती हैं. साथ ही कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है.अश्वनी कुमार ने कहा है कि हमने उच्य अधिकारियों से सीढ़ियां बनवाने की मांग की है. हालांकि सीढ़ियां न होने से ऊपर बना सेकेंड फ्लोर भूत बंगला बनता जा रहा है.