Atiq Ahmad Shot Dead: जानें कौन थे माफिया अतीक अहमद के तीनों हत्यारे ? माफिया से किस बात को लेकर थे नाराज
✓अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई
✓तीनों शूटरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है
✓आरोपियों का कहना है कि बाहुबली अतीक अहमद के पाकिस्ताना से संबंध थे
प्रयागराज:मीडिया कैमरों के सामने बाइट दे रहे अतीक अहमद और अशरफ पर गोलियां बरसाने वाले हमलावरों की पहचान हो गई है। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। इन तीनों ने अतीक अहमद और अशरफ को गोली मारने के बाद जय श्रीराम के नारे लगाए, इसके बाद हाथ उठाकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार देर रात हत्या करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों युवकों के नाम सनी, अरुण और लवलेश है। पुलिस रिकॉर्ड में भी तीनों को शातिर अपराधी है। पुलिस ने तीनों हत्यारों को कॉल्विन अस्पताल ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपी प्रयागराज के रहने वाले नहीं है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है।तीनों हमलावर शातिर अपराधी हैं। कम उम्र में ही उन्होंने क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया था। तीनों ही हत्या, लूट सहित कई संगीन आरोपों में लिप्त रह चुके हैं।
पुलिस के सामने आरोपियों ने बयान दिया है कि अतीक अहमद का पाकिस्तान से कनेक्शन था। उसने और उसके गैंग के लोगों ने तमाम बेकसूर लोगों की हत्या की थी। अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला।इन तीनों का कहना है कि माफिया अतीक का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध था। लश्कर ए तैयबा से भी उसका कनेक्शन था। अतीक गैंग से सभी लोग खौफजदा थे। इसलिए हमने उन्हें मार डाला।
जेल में हुई थी तीनों हत्यारों की दोस्ती
मिली जानकारी के मुताबिक तीनों हत्यारों कई बार जेल भी जा चुके हैं और जेल में ही तीनों की दोस्ती हुई थी। अतीक और अशरफ की हत्या करके डॉन बनना चाहते थे। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को तीनों गुमराह करते दिखे और बयानों में समानता नहीं थी। सनी ने शुरुआत में कहा कि वह प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। वहीं दूसरे हत्यारे ने भी खुद का छात्र ही बताया। कड़ी पूछताछ में तीनों युवक आपराधिक पृष्ठभूमि के निकले हैं।
तीनों की उम्र भी बहुत ज्यादा नहीं है। वे 20 से 25 साल के बीच के लग रहे हैं। खास बात यह कि अतीक पर हमला करने के बाद किसी ने भागने की कोशिश नहीं की। तीनों ने जय श्रीराम के नारे लगाए और पुलिस के सामने फिल्मी स्टाइल में हाथ उठाकर सरेंडर कर दिया।
लवलेश के पिता बोले, परिवार से कोई लेना देना नहीं
अतीक अहमद की हत्या में शामिल आरोपी लवलेश बांदा में शहर कोतवाली के क्योटरा मोहल्ले का रहने वाला है। पुलिस ने लवलेश के घर का भी पता कर लिया है। लवलेश के पिता ने बताया कि 4 भाइयों में लवलेश तीसरे नंबर का है। लवलेश का परिवार से कोई लेना देना नहीं है। वो परिवार के साथ बेहद कम रहता है। पिता ने बताया है कि लवलेश को नशे की लत है और कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। इधर लवलेश के छोटे भाई ने भी बताया कि लवलेश नशे का आदी था और तीन चार साल पहले एक लड़की को थप्पड़ मारने में जेल गया था। करीब 1 सप्ताह पहले वह घर से गया था। लवलेश घर पर कभी कभार ही आता था। वह गलत संगत में था। उसने बताया कि पिता एक स्कूल में बस चलाते हैं। इन लोगों को घटना की जानकारी टीवी से पता चली, जब टीवी पर भाई का चेहरा देखा तो पहले यकीन नहीं हुआ। लवलेश की मां और पिता अवसाद में हैं।#WATCH | UP: ...We have no information about how he reached there and we didn't mean anything to him...He is a drug addict...We don't know anything about him...: Yagya Tiwari, father of shooter Lovelesh Tiwari who shot gangster-turned-politician Atiq Ahmed and his brother Ashraf pic.twitter.com/ClmtzkKL9k
— ANI (@ANI) April 16, 2023
शूटर सनी सिंह का भाई बोला, परिवार से अलग रहता है भाई
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने हमीरपुर में कहा कि यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं। हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं और बचपन में ही भाग गया था ।
लवलेश की मां बोली, बहुत धार्मिक था मेरा बेटा
हमलावरों में से एक लवलेश तिवारी की मां ने रविवार को कहा कि मेरा बेटा बहुत धार्मिक था। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए लवलेश की मां आशा ने रोते बिलखते हुए कहा कि पता नहीं उसके नसीब में क्या लिखा था। मां ने भावुक होते हुए कहा कि वह गहरा धार्मिक था और दर्शन के लिए नियमित रूप से मंदिरों में जाता था। जब से वह घर से निकला है, हमने उससे बात नहीं की है। उसका फोन भी स्विच ऑफ था।"
अगस्त 2003 में अतीक ने खुद पर कराया था हमला
अतीक अहमद को 7 अगस्त 2003 को पुलिस सुरक्षा के बीच कचहरी में पेशी पर लाया गया था, तभी कोर्ट परिसर में ही उस पर अचानक किसी ने बम फेंक दिया था। धुएं वाले बम के हमले में अतीक अहमद सिर्फ जमीन से गिरता है और उसके चेहरे पर हल्की खरोंच आती है। अतीक को उठाकर अस्पताल ले जाया गया। कथित हमले के बाद अतीक ने तत्कालीन एसपी सिटी लालजी शुक्ला पर हमला करने का आरोप लगाया था। लालजी शुक्ला तब अतीक अहमद के खिलाफ पुलिस अभियान चला रहे थे। अतीक पर हमले के बाद उसके समर्थकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और शहर में अफरा तफरी मच गई थी।
आरोपी ने कबूला गुनाह, अतीक ने खुद कराया था हमला
अतीक अहमद पर बम हमला करने के बाद भागते हुए एक आरोपी अखलाक को पुलिस ने धर दबोचा था। बाद में पुलिस की कड़ी पूछताछ में उसने कबूल कर लिया था कि बम फेंकने का यह ड्रामा अतीक अहमद ने ही करवाया था। अतीक ने ही अखलाक से कहा था कि वह बम से हमला करेगा तो एसपी सिटी लालजी शुक्ला को फंसा देगा। बाद में इस मामले में भी अतीक के शिकंजे में आ गया था और अतीक के पिता व भाई को भी आरोपी बनाया गया था। अब करीब 21 साल बाद अतीक अहमद वैसे ही हमले में भाई समेत मारा गया है। अंतर सिर्फ यह है कि बम से फर्जी हमला कराया गया था और और अब असली गोलियां अतीक पर बरसाई गई।
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