Atiq Ahmed Case:अतीक की कब्र पर तिरंगा रखने वाला कांग्रेस नेता हिरासत में, शहीद बताते हुए भारत रत्न देने की रखी थी मांग, पार्टी ने भी की कार्रवाई
Atiq Ahmed Case: उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हाल ही में शूटरों ने पुलिस हिरासत में हत्या कर दी थी। अतीक की हत्या का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू ने उन्हें शहीद बताते हुए 'भारत रत्न' देने की मांग की। कांग्रेस नेता के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया। जिसके बाद, कांग्रेस ने अपने नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
कांग्रेस नेता राजकुमार द्वारा माफिया अतीक अहमद को शहीद बताने और भारत रत्न की मांग वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दूसरी तरफ, पार्टी ने मामले का संज्ञान लेते हुए राजकुमार सिंह (Rajkumar Singh) को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया। वहीं, पुलिस ने रज्जू को हिरासत में लेकर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का केस दर्ज करने की बात कही है।कांग्रेस नेता राज कुमार राजू ने अतीक अहमद की कब्र पर तिरंगा चढ़ाकर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। साथ ही विवादित बयान देते हुए माफिया अतीक को शहीद बताया है। इतना ही नहीं अतीक को भारत रत्न देने की मांग की है। राज कुमार का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। pic.twitter.com/DMH2PpuA5K
— 𝐓𝐇𝐄 𝐕𝐈𝐑𝐀𝐋 𝐍𝐄𝐖𝐒 (@TheViralNews7) April 20, 2023
कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कियाकांग्रेस प्रत्याशी की मांग:
— 𝐓𝐇𝐄 𝐕𝐈𝐑𝐀𝐋 𝐍𝐄𝐖𝐒 (@TheViralNews7) April 20, 2023
अतीक को भारत रत्न मिलना चाहिए
अतीक के कब्र पर तिरंगा चढ़ाना चाहिए
अतीक को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए
अतीक को राजकीय सम्मान मिलना चाहिए
नेताजी का कहना है कि यदि मुलायम सिंह जी को पद्म विभूषण मिल सकता है तो अतीक को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए? pic.twitter.com/9n0YDyuqpB
राजकुमार ने अपने बयान में पूरे मामले के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही, अतीक अहमद को भारत रत्न देने की मांग के लिए उसने दिवंगत समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, जब मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान मिल सकता है तो अतीक को क्यों नहीं? उनके इसी बयान के बाद कांग्रेस पार्टी हरकत में आई। कांग्रेस ने राजकुमार सिंह को पार्टी से निकाल बाहर किया। बता दें, कांग्रेस ने राजकुमार को आजाद स्क्वायर वार्ड नंबर 43 से पार्टी का पार्षद प्रत्याशी बनाया था।
अतीक अहमद को भारत रत्न देने की माँग करने वाले कांग्रेस नेता राजकुमार को पार्टी से बाहर दिया गया है. उनका पार्षद चुनाव लड़ने का टिकट भी कट गया है, https://t.co/Nitp0Aont5 https://t.co/E86IkdUFWd pic.twitter.com/1r39kcf8nO
— 𝐓𝐇𝐄 𝐕𝐈𝐑𝐀𝐋 𝐍𝐄𝐖𝐒 (@TheViralNews7) April 20, 2023
इस पूरे मामले पर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन (Pradeep Mishra Anshuman) ने बताया कि 'राजकुमार सिंह 'रज्जू' द्वारा माफिया अतीक अहमद से संबंधित बयान को लेकर पार्टी ने कार्यवाही की है। उन्होंने कहा, ये उनका का निजी बयान है। इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्यवाही करते राजकुमार की पार्षद उम्मीदवारी भी वापस ले ली है।'
पार्टी ने कहा- मानसिक रूप से चल रहे बीमार
रज्जू के इस बयान के दौरान शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्र अंशुमान समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। शहर अध्यक्ष ने रज्जू को इस तरह का बयान देने से रोका और दूसरी तरफ ले गए लेकिन रज्जू यहीं नहीं रुके। कसारी-मसारी कब्रिस्तान में अतीक और अशरफ की कब्र पर तिरंगा चढ़ाने भी पहुंच गए। रज्जू ने अतीक की कब्र पर तिरंगा चढ़ाने के साथ नारे भी लगाए। उन्होंने बगल में स्थित असद की कब्र पर भी तिरंगा चढ़ाया लेकिन इस दौरान पास में ही कुछ और लोग खड़े थे।
ये भी पढ़ें;UP Politics: बसपा ने पूर्व विधायक अमनमणि त्रिपाठी को किया पार्टी से निष्कासित, जानिए क्या है वजह?
उन लोगों ने कहा कि यह असद की कब्र है। अशरफ की कब्र दूसरी तरफ है। इसके बाद वह अशरफ की कब्र की तरफ गए। अतीक की कब्र पर तिरंगा चढ़ाए जाने की जानकारी होने पर पुलिस ने रज्जू को गिरफ्तार कर लिया। देर रात तक कोतवाली थाने में ही रज्जू को रखा गया था। अंशुमन का कहना है कि रज्जू का यह बयान उनका निजी है। इससे पार्टी को कोई लेना देना नहीं है। बताया कि छह साल के लिए निष्कासित करने के साथ रज्जू की पार्षद पद की उम्मीदवारी भी वापस ले ली गई है।
प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक का कहना है कि रज्जू चार-पांच साल से मानसिक रूप से बीमार चल रहे हैं। टिकट बंटवारे के समय इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। इससे उन्हें टिकट देने में चूक हो गई। रज्जू को उकसाने वाले पत्रकार के खिलाफ भी तहरीर दी गई है।
पिता-बहन ने कहा, ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर अनाब-सनाब बोलने लगते हैं रज्जू
रज्जू के बयान एवं गिरफ्तारी के बाद पिता एवं बहन ने भी सफाई दी है। पिता राजाराम सिंह का कहना है कि रज्जू की चार-पांच साल से तबीयत खराब है। उन्हें मानसिक बीमारी है। दवाएं चल रही हैं। जब ज्यादा तबीयत खराब होती है तब अनाब-सनाब बोलने लगते हैं। बहन लक्ष्मी का भी कहना है कि रज्जू की तबीयत खराब रहती है। गर्मी में तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है और वह अनाब-सनाब बोलने लगते हैं।
More Read;
Viral Video: गोली मारे जाने से ऐन पहले किसको इशारा कर रहा था माफिया अतीक अहमद