देवरिया: साहब भतीजी की शादी है, बेटी हो गई थी गर्भवती, लोगों को कैसे मुंह दिखाता,इंजत बचाने के लिए मार डाला
मृतका गांव के ही एक युवक से प्रेम करती थी और वह गर्भवती हो गई थी। बीते 2 अप्रैल को उसका शव गांव के पास ही गंडक नदी में मिला था। मृतका के शव बालू की बोरी से बांधकर नदी में फेंक दिया गया था। पिता ने जुर्म कबूल लिया है।
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में समाज के ताने और व्यंग सुनने से भड़के एक पिता नौशाद ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। मृतका गांव के एक युवक से प्रेम करती थी और वह गर्भवती हो गई थी। बीते 2 अप्रैल को उसका शव गांव के पास ही गंडक नदी में मिला था। मृतका के शव बालू की बोरी से बांधकर नदी में फेंक दिया गया था। पुलिस की पूछताछ में मृतका के पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जिले में महुआडीह थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी गर्भवती किशोरी की हत्या का खुलासा बृहस्पतिवार को पुलिस ने कर दिया। पिता ने ही बेटी के गर्भवती होने पर हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया था। उसने पुलिस को बताया कि 24 अप्रैल को भतीजी की शादी थी। इसमें सभी रिश्तेदार जुुटते तो उसकी बड़ी बेइज्जती होती। इसके चक्कर में उसने मौका मिलते ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। उसने कहा कि हमें कोई पछतावा नहीं है। ऐसी बेटी दुश्मन के घर भी न जन्मे।
महुआडीह थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी 28 मार्च से घर से गायब थी। तीन दिन बाद उसका शव गांव के करीब छोटी गंडक में मिला था। शव मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो पांच माह के गर्भवती होने की पुष्टि हो गई। इस मामले में पुलिस ने पहले ही दिन शक जाहिर कर दिया कि किशोरी की हत्या में उसके करीबियों का ही हाथ है।इसके बाद पुलिस ने पिता, चाचा, मां सहित अन्य को हिरासत में ले लिया। मामले में दो अप्रैल को अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। पूछताछ के बाद पुलिस ने बृहस्पतिवार को मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस की पूछताछ में मृतका के पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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भतीजी की बरात 24 अप्रैल को आनी है। लोग ताना मारते थे। घर पर अकेले बेटी थी। हमने सोचा कि इससे अच्छा मौका अब नहीं मिलेगा। जल्दी-जल्दी दुकान बंद किया और घर पहुंचने के बाद साजिश रची। नदी के किनारे पहले बोरे में बालू भरकर रख दिया। इसके बाद घर आया और बेटी को बुलाया और कहा कि बोरे में अनाज लेकर आया हूं। अकेले नहीं आ पाएगा, चलो साथ लेकर आते हैं।
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हर अभिभावक को अपनी संतान को लेकर सर्तक रहना चाहिए। इसमें सबसे अधिक भूमिका मां की होती है। पूरे परिवार के साथ दोस्त की भूमिका होनी चाहिए। हर गतिविधि पर नजर रहना चाहिए। पुलिस को पूरी सजगता के साथ ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
- डॉ. श्रीपति मिश्र, रिटायर्ड डीआईजी
क्या है ऑनर किलिंग
बता दें कि, देश में लगातार किसी ने किसी इलाके में लड़के-लड़कियां ऑनर किलिंग का शिकार हो रहे हैं. ऑनर किलिंग का मतलब है कि अपने ही परिवार में किसी व्यक्ति की हत्या इसलिए कर दी जाती है, क्योंकि परिवार वालों को लगता है कि उस व्यक्ति की वजह से उन्हें शर्मसार होना पड़ा है. कुल मिलाकर तथाकथित 'इज्जत' के नाम पर होने वाली हत्याएं.
क्या कहती है रिपोर्ट
बीते साल नवंबर में सामने आई एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 8 साल में ऑनर किलिंग के मकसद से लगभग 500 हत्याएं हो चुकीं हैं. लेकिन इनमें से कितनी लड़कियां हैं, इसका आंकड़ा एनसीआरबी ने नहीं दिया. एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनर किलिंग्स की घटनाएं सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कनाडा, यूके, अमेरिका, स्वीडन, जर्मनी, फ्रांस, बांग्लादेश, ब्राजील, इक्वाडोर, मिस्र, गाजा, इटली, जॉर्डन, पाकिस्तान, मोरक्को, स्वीडन, तुर्की, युगांडा, अफगानिस्तान, इराक और ईरान में भी सामने आतीं हैं. वैसे, सबसे ज्यादा मामले भारत और पाकिस्तान में आते हैं. भारत और पाकिस्तान दोनों ही जगह हर साल एक-एक हजार से ज्यादा मामले सामने आते हैं.
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