Wrestlers Protest: पहलवानों के धरने को राठी खाप का समर्थन, जयंत चौधरी बोले- न्याय न मिला तो यूपी करेंगे महापंचायत
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर जंतर मंतर पर खिलाड़ियों का धरना पांचवें दिन भी जारी है। धरने पर बैठे पहलवानों को राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी का भी साथ मिला है। गुरुवार को पहलवानों का समर्थन करने वे स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे।
भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख और यूपी के कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. राष्ट्रीय लोकदल के चीफ और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने गुरुवार को जंतर-मतंर पर जाकर बृजभूषण सिंह के खिलाफ ऐक्शन की मांग को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद जयंत चौधरी ने ऐलान कर दिया कि अगर महिला पहलवानों के साथ न्याय नहीं हुआ, तो यूपी में पहलवानों की महापंचायत बुलाई जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस भी पहलवानों के धरने को सपोर्ट देकर बीजेपी को घेर चुकी है.
गुरुवार को धरनास्थल पर पहुंचे जयंत चौधरी ने कहा कि पहलवानों को फिर से धरने पर बैठने के लिए मजबूर किया गया है. उन्होंने पहलवानों को देश का आइकॉन बताते हुए कहा कि यह चौंकाऊ है कि दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह FIR से पहले शिकायत की जांच करना चाहते हैं. जयंत ने उम्मीद जताई कि पहलवानों को न्याय मिलना चाहिए. साथ ही कहा कि अगर न्याय नहीं हुआ तो यूपी में पहलवानों की महापंचायत बुलाई जाएगी.गुरुवार को हरियाणा से कई खाप पंचायत के सदस्य भी जंतर मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों का समर्थन करने पहुंचे।
आगे उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की बात करती है, लेकिन आज बेटियों के साथ जो हुआ है, उस पर सरकार चुप्पी साधे हुए हैं। कोई भी सरकार का मंत्री इनसे मिलने के लिए नहीं आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का भी समर्थन मिल चुका है।Molestation a heinous crime & cognizable offence under CrPC’s 1st Schedule. After the lalita Kumari v. State of UP (2013) five judge bench judgement, there is no legroom on immediate registration of FIR. How can Govt plead for Preliminary enquiry prior to FIR? #WrestlersProtest https://t.co/blqfmKQPwY
— Jayant Singh (@jayantrld) April 27, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को जारी किया है नोटिसOur country's champions have made us proud on the global stage. Now, they have come out courageously & made public serious allegations about malpractices & abuse in the Sports Federations. Join us tomorrow morning to support our national heroes & support their call for justice! pic.twitter.com/i4y7HLxK8a
— Jayant Singh (@jayantrld) April 27, 2023
आपको बता दें कि पहलवानों का यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर भी पहुंचा है. सुप्रीम कोर्ट ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR की मांग कर रहीं सात महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस और अन्य को नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने आरोपों को ‘‘गंभीर’’ बताया और कहा कि इस पर उसे (न्यायालय को) विचार करने की जरूरत है. विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित पहलवानों ने आरोप लगाया है कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है. पहलवानों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह अब धमकी दे रहे हैं और पीड़ितों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं. पहलवानों ने कहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होने पर ही वे धरना स्थल से हटेंगे.