Suraj Tiwari : सूर्य की तरह चमका सूरज,हादसे में खोए दोनों पैर और एक हाथ, मैनपुरी के सूरज ने 3 उंगलियों से क्लियर किया UPSC



Suraj Tiwari : सूर्य की तरह चमका सूरज,हादसे में खोए दोनों पैर और एक हाथ, मैनपुरी के सूरज ने 3 उंगलियों से क्लियर किया UPSC

मैनपुरी : परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, अगर इंसान दृढ़ इच्छा शक्ति कर ले तो हर परिस्थिति उसके आगे बौनी साबित होती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया मैनपुरी के सूरज तिवारी ने। मंगलवार को जारी यूपीएससी 2022 के फाइनल रिजल्ट में 917वीं रैंक हासिल की। सूरज के दोनों पैर नहीं हैं, एक हाथ भी नहीं हैं और एक हाथ की तीन उंगलियां हैं,उन्होंने बाएं हाथ की तीन उंगलियों से यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की।। सूरज के पिता दर्जी का काम करते हैं। सूरज ने अपनी मंजिल की राह में आर्थिक कमजोरी और दिव्यांगता को आड़े नहीं आने दिया।

सूरज तिवारी मैनपुरी जिले के कुरावली तहसील के मोहल्ला घरनाजपुर के रहने वाले राजेश तिवारी के बेटे हैं। जैसे ही सूरज के पास होने की जानकारी मिली तो घरवालों और रिश्तेदारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोगों ने गांव में जमकर मिठाइयां बांटी। सूरज तिवारी ने प्रारंभिक शिक्षा नगर के महर्षि परशुराम स्कूल से की। 2011 में एसबीआरएल इंटर कॉलेज मैनपुरी से दसवीं और 2014 में संपूर्णानंद इंटर कॉलेज अरम सराय बेवर से उत्तीर्ण किया।

जब वो बीएससी कर रहे थे, तभी 24 जनवरी 2017 को गाजियाबाद के ट्रेन हादसे में घुटनों से दोनों पैर, दाएं हाथे की कोहनी और बाएं हाथ की दो उंगलियां कट गई थीं। इसके बाद भी सूरज ने हार नहीं मानी। सूरज ने हार न मानते हुए 2021 में दिल्ली के जेएनयू से बीए किया। इसके बाद एमए किया। फिर आईएएस की तैयारी शुरू की।

अखिलेश ने सूरज को दी बधाई

सूरज की सफलता की कहानी रिजल्ट जारी होने के बाद देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। सूरज को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सूरज के हौसले को सलाम करते हुए ट्वीट किया और उन्होंने बधाई दी।


अखिलेश ने लिखा- "मैनपुरी के दिव्यांग सूरज तिवारी ने आईएएस की परीक्षा पहली बार में ही निकाल कर साबित कर दिया कि संकल्प की शक्ति अन्य सब शक्तियों से बड़ी होती है। सूरज की इस ‘सूरज’ जैसी उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य के लिए अनंत शुभकामनाएं!"


पेशे से टेलर हैं सूरज के पिता

सूरज के पिता राजेश तिवारी पेशे से टेलर हैं। कपड़ों की सिलाई कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। राजेश तिवारी के तीन बेटे और एक बेटी थी। बड़े बेटे राहुल तिवारी का निधन हो चुका है, जबकि छोटा बेटा राघव तिवारी बीएससी और और बेटी प्रिया बीटीसी कर रही है।

जब इंटरव्यू में हुआ मुलायम सिंह यादव का जिक्र

सूरज ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में उनके इलाके के प्रसिद्ध नेता के बारे में सवाल पूछा गया था. सूरज के अनुसार, जवाब में उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का नाम लिया था. सूरज ने इंटरव्यू बोर्ड को मुलायम सिंह यादव के संघर्ष का जिक्र करते हुए बताया था कि वह सांसद, विधायक, मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. गौरतलब है कि बीते साल लंबी बीमारी के चलते मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था.

जब सवाल के जवाब में फंस गए थे सूरज

सूरज ने बताया कि इंडियन इकोनॉमी से संबंधित एक सवाल के जवाब में वह फंस गए थे. उत्तर नहीं पता होने के चलते उन्होंने कहा था, ‘सॉरी मेम.’ वहीं, सूरज ने यह भी बताया कि उनकी जिंदगी और उनके साथ हुए हादसे के बारे में भी उनसे सवाल पूछे गए थे.

सूरज ने दिए ये टिप्स

UPSC की तैयारी कर रहे युवाओं को संदेश देते हुए सूरज ने कहा कि जीवन में कठिनाइयां जरूर आएंगी, लेकिन हार नहीं माननी है. उन्होंने कहा कि हार बिल्कुल भी नहीं माननी है, क्योंकि जब तक जान है, तब तक जहां है.

18-20 घंटे तक पढ़ाई करते थे सूरज

मिली जानकारी के अनुसार, UPSC की परीक्षा में सफलता पाने के लिए सूरज 18 से 20 घंटे तक पढ़ाई करते थे और उसमें भी सूरज ने ये सफलता बिना किसी कोचिंग के प्राप्त की है. सूरज एक माध्यम वर्गीय परिवार से हैं. इनके पिता राजेश तिवारी एक टेलर हैं और उनकी एक छोटी सी सिलाई की दुकान कुरावली में है.

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